चंडीगढ़: अमेरिका के स्कूल में हुई गोलाबारी ने एक बार फिर इस देश की बंदूक नीति पर सवाल खड़ा कर दिया है. बताया जाता है कि अमेरिका में लोगों के पास ज्यादा तदाद में लाइसेंसी बंदूकें है. ऐसे में सवाल यह है कि आखिर कार दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश के कानून में ऐसी क्या कमी है कि बच्चों की मौत का कारण ये गन कल्चर बनता जा रहा है.


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अमेरिका के टेक्सास में मंगलवार दोपहर स्कूल में गोलीबारी की घटना सामने आई है. जिसमें 19 बच्चें और 2 टीचरों को मौत के घाट उतार दिया गया.


बताया रहा है कि गोली मारने वाला भी 18 वर्षीय लड़का था जिसने घटना के बाद खुद को भी गोली मार दी. हमलावर ने स्कूल में फायरिंग से पहले अपनी दादी को भी गोली मारी है.


 


राष्ट्रपति बाइडन का बड़ा बयान


घटना के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडन का बड़ा बयान सामने आया है. बाइडन ने राष्ट्र को सम्बोधित करते हुए कहा कि , मैं ये सब देख के  थक चुका हूं . मैं सभी पेरेंट्स और लोगों से अपील करना चाहता हूं कि ये समय कुछ करने का है . हम इसे ऐसे ही भूल नहीं सकते हैं.


 


अमेरिका में नहीं खत्म हो रहा गन कल्चर


नेशनल गन वायलेंस मेमोरियल के आंकड़ों के मुताबिक 2021 में अमेरिका में गोलीबारी के 693 मामले सामने आए, 2020 में 611 मामले और 2019 में गोलीबारी की 417 घटनाएं दर्ज की गई थीं.