हवाई मार्ग के जरिए कांगड़ा घाटी पहुंच रहे 2 से 3 लाख पर्यटक, ये है मुख्य कारण
Dharamshala News: कांगड़ा एयरपोर्ट के जरिए 2 से 3 लाख यात्री हवाई यात्रा करते हैं. इसका एक बड़ा कारण अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में होने वाले इवेंट्स और तिब्बतियों के सर्वोच्च धर्मगुरु दलाईलामा के मैक्लोडगंज में निवास का होना है.
विपन शर्मा/धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े कांगड़ा एयरपोर्ट के जरिए कांगड़ा घाटी में 2 से 3 लाख पर्यटक पहुंच रहे हैं. कांगड़ा एयरपोर्ट, जिला कांगड़ा के साथ चंबा, ऊना व हमीरपुर जिलों को भी कवर करता है. कांगड़ा के अलावा अन्य तीन जिलों के लोग भी हवाई सफर के लिए कांगड़ा एयरपोर्ट पर दस्तक देते हैं.
देश-विदेश के बौद्ध अनुयायी हवाई मार्ग से पहुंचते हैं धर्मशाला
हवाई मार्ग से कांगड़ा घाटी आने वाले पर्यटकों की धार्मिक स्थलों और पर्यटक स्थलों का भ्रमण करने वाले यात्रियों की संख्या अधिक रहती है. इसके अलावा तिब्बतियों के सर्वोच्च धर्मगुरु दलाईलामा के मैक्लोडगंज में निवास करने के चलते देश-विदेश के बौद्ध अनुयायी, डेलीगेटस और विदेशों सहित देश के अन्य राज्यों में रहने वाले निर्वासित तिब्बती भी हवाई मार्ग से धर्मशाला पहुंचते हैं.
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हवाई मार्ग से बड़ी संख्या में धर्मशाला पहुंचे क्रिकेट प्रेमी
इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में होने वाले इवेंट्स के दौरान भी काफी संख्या में हवाई मार्ग से क्रिकेट प्रेमी व पर्यटक कांगड़ा घाटी का रुख करते हैं. यही नहीं पिछले साल धर्मशाला आयोजित हुए वर्ल्ड कप मुकाबलों, इस वर्ष आयोजित टेस्ट मैच और आईपीएल मैचों के चलते भी काफी संख्या में क्रिकेट प्रेमी हवाई मार्ग से धर्मशाला पहुंचे थे.
यह एयरपोर्ट कांगड़ा के साथ चंबा, ऊना और हमीरपुर को भी कवर करता है. यात्रियों की सुविधाओं के लिए भरसक प्रयास किए जा रहे हैं. यात्री संतुष्टि में एयरपोर्ट और ऊपर जाए, इसे लेकर प्रशासन प्रयासरत है.
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