विजय भारद्वाज/बिलासपुर: हिमाचल प्रदेश के मणिकर्ण में पंजाब के पर्यटकों द्वारा हुड़दंग करने के बाद स्थानीय लोगों के साथ मारपीट करने और पथराव से वाहनों को नुकसान पहुंचाने का मामला सामने आया है. इस हुड़दंगबाजी के बाद अब पंजाब से मणिकर्ण जा रही संगतों को अपनी सुरक्षा की चिंता सताने लगी है. मणिकर्ण में हुए इस हंगामे के बाद संगतों को उनके साथ स्थानीय लोगों द्वारा मार पिटाई का डर सता रहा है. 


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हुड़दंगबाजी के बाद असुरक्षा की भावना के चलते किया गया जोरदार हंगामा
हुड़दंगबाजी के बाद असुरक्षा की भावना के चलते उन्होंने हिमाचल-पंजाब सीमा स्थित बिलासपुर के गरामोड़ा में जाम लगाकर जमकर हंगामा किया. वहीं जाम की सूचना मिलते ही स्वारघाट पुलिस टीम मौके पर पहुंची और संगतों से बातचीत कर मामला सुलझाने की कोशिश की. वहीं इस मामले की गंभीरता को देखते हुए नैनादेवी डीएसपी भी मौके पर पहुंचे और संगतों को सुरक्षित मणिकर्ण साहिब आने जाने का आश्वासन दिया, जिसके बाद संगतों ने मणिकर्ण साहिब का रुख किया. 


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संगतों को सता रहा मारपीट का डर
वहीं संगतों का कहना है कि मणिकर्ण में जो कुछ हुआ वह गलत है, लेकिन इस पूरे मामले में पंजाब से आने वाले श्रद्धालुओं का कोई लेना-देना नहीं है. वह केवल गुरुद्वारा साहिब में माथा टेकने जा रहे हैं. इसके साथ ही उन्हें स्थानीय लोगों द्वारा झगड़ा करने का खतरा बना हुआ है, जिस पर पुलिस प्रशासन को संज्ञान लेकर संगतों को सुरक्षित मणिकर्ण साहिब के दर्शन करवाने चाहिए. 


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पुलिस अधीक्षक बिलासपुर कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन ने कही ये बात
वहीं पुलिस अधीक्षक बिलासपुर कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन का कहना है कि मणिकर्ण कांड के चलते पंजाब से आने वाली संगतें भावुक हो गईं थी. इसलिए उन्होंने पंजाब-हिमाचल सीमा पर हंगामा किया था, लेकिन उनकी सुरक्षा को लेकर मंडी पुलिस से भी बात की गई है संगतों को सुरक्षित मणिकर्ण साहिब के दर्शन करवाये जाएंगे जिसके बाद संगतों ने मणिकर्ण का रुख किया है.


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