हमीरपुर में फैल रही आंत्रशोथ बीमारी पर सख्त हुई सुक्खू सरकार, उपमुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश
Himachal Pradesh: जिला हमीरपुर के 10 गांवों में फैली बीमारी के मामले की जल शक्ति विभाग के इंजीनियर इन चीफ को जांच सौंप दी गई है. उपमुख्यमंत्री ने जांच के आदेश जारी कर 7 दिन में इसकी रिपोर्ट मांगी है.
अरविंदर सिंह/हमीरपुर: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के विधानसभा क्षेत्र नादौन में पिछले 5 दिनों से दूषित पानी पीने की वजह से फैली आंत्रशोध बीमारी को लेकर प्रदेश सरकार एक्शन में आ गई है. बुधवार को उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने प्रभावित गांवों का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने कुनाह खड पर स्थित उस पेयजल स्कीम का निरीक्षण किया, जिसका पानी पीने से करीब 1100 लोग बीमार हुए हैं.
डिप्टी सीएम ने दिए जांच के आदेश
डिप्टी सीएम ने जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को इस मामले में जांच के निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने कहा कि पानी की योजना के नजदीक अगर कहीं पर भी माइनिंग हुई है तो उसे लेकर शिकायत दर्ज करवाई जाए. उन्होंने कहा कि अगर इस मामले में कोई भी अधिकारी शिकायत दर्ज करवाने में लापरवाही बरतेगा तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.
ये भी पढ़ें- Gastroenteritis: हमीरपुर में फैली आंत्रशोथ बीमारी को लेकर सुनील शर्मा बिट्टू ने लिया राहत कार्यों का जायजा
7 दिन में मांगी विस्तृत रिपोर्ट
मुकेश अग्निहोत्री ने मौके पर पहुंचकर निरीक्षण करने के बाद जल शक्ति विभाग के इंजीनियर इन चीफ को इस मामले की जांच करने के आदेश जारी कर दिए हैं. इसके साथ ही उन्होंने आदेश देते हुए अगले 7 दिन में इसकी विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी है. उन्होंने कहा कि इसके बाद अगली कार्यवाही अमल में लाई जाएगी.
अवैध माइनिंग पकड़े जाने पर होगी कड़ी कार्रवाई
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि इस मामले में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. नदियों और पुलों के आसपास जहां भी अवैध माइनिंग की जा रही है उस पर कड़ा एक्शन लिया जाएगा और जल्द से जल्द उचित कार्रवाई की जाएगी.
ये भी पढ़ें- Gastroenteritis: हमीरपुर में फैल रही आंत्रशोथ बीमारी, स्वास्थ्य विभाग ने दी पानी उबालकर पीने की सलाह
अधिकारी को दिए गए सख्त निर्देश
उन्होंने कहा कि एसडीओ स्तर से ऊपर जितने भी अधिकारी होंगे उन सब को यह तय करना होगा कि उनकी पेयजल योजना के नजदीक कहीं पर भी माइनिंग ना की जा रही हो, अगर उन्होंने इसमें लापरवाही बरती तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. पेयजल योजनाएं कहीं पर भी दूषित ना हों इस बात का ध्यान भी जल शक्ति विभाग के अधिकारियों को रखना होगा ताकि लोगों को पीने के लिए साफ और शुद्ध पानी मिल सके और भविष्य में दूषित पेयजल की वजह से कोई भी बीमार ना पड़े.
WATCH LIVE TV