Gastroenteritis disease: हमीरपुर के 8 गांवों में फैली उल्टी, दस्त, बुखार और बीमारी पर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की कड़ी नजर है. लोगों को पानी उबालकर पीने की हिदायत दी गई है.
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अरविंदर सिंह/हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिला के स्वास्थ्य खंड नादौन के तहत आने वाले जोलसप्पड़ और रंगस क्षेत्र में आंत्रशोथ के 500 से ज्यादा मामले सामने आने से हडकंप मचा गया है. हालांकि आंत्रशोथ बीमारी का पता चलने पर तुरंत जिला प्रशासन के साथ स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है. विभाग की टीमों ने कार्रवाई करते हुए मरीजों के घरों में जाकर दवाइयां दी हैं.
बीमारी से क्षेत्र के 10 गांव प्रभावित
आंत्रशोथ बीमारी से क्षेत्र के दस गांव प्रभावित हुए हैं. स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी मरीजों की लगातार जांच कर रही हैं और उन्हें जरूरी दवाइयां भी उपलब्ध करवा रही हैं. उपायुक्त देवश्वेता बनिक के अनुसार बीमारी से प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा लोगों को दवाईयां दी जा रही हैं, जिसकी वजह से स्थिति अब नियंत्रण में है.
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लोगों से की गई एहतियात बरतने की अपील
उन्होंने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल स्कीम के सैंपल की जांच की जा रही है. लोगों से भी एहतियात बरतने की अपील की गई है. मरीजों के अलावा क्षेत्र के स्वस्थ लोगों को भी पानी उबालकर पीने की सलाह दी गई है. यह बीमारी किसी भी खाद्य पदार्थ और पानी से भी हो सकती है. इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग के द्वारा भी पेयजल सैंपल लिए गए हैं, जिनकी रिपोर्ट कल तक आने की उम्मीद है.
पेयजल योजनाओं की आपूर्ति को किया गया बंद
वहीं विभाग ने डायरिया प्रभावित क्षेत्रों में बाहर से लाकर शील्ड डिस्टल वाटर और टैंकरों के माध्यम से पेयजल उपलब्ध करवाया है. अभी तक पेयजल योजनाओं की आपूर्ति को बंद रखा गया है. प्रभावित क्षेत्रों में यह देखा गया है कि पानी के स्रोतों के आस-पास गंदगी के भी काफी ढेर लगे हुए हैं जो भविष्य में और ज्यादा समस्या कर सकते हैं. इससे आंत्रशोथ बीमारी और बढ़ सकती है. हालांकि अभी तक इस बीमारी के फैलने का कारण पता नहीं चल पाया है.
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उल्टी, दस्त और बुखार का यह हो सकता है मुख्य कारण
स्वास्थ्य विभाग नादौन के बीएमओ डॉ. केके शर्मा ने बताया कि उल्टी, दस्त, बुखार के मामले का प्रमुख कारण मेन पाइप से पानी की सप्लाई हो सकती है. इसलिए लोगों को पानी उबालकर पीने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा कि विभाग की टीमें लगातार इस सारी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं. लोगों को वायरस पाउडर सहित सभी जरूरी दवाइयां उपलब्ध करवाई गई हैं. इसके साथ ही स्थानीय लोगों को हर चीज के बारे में जागरूक भी किया जा रहा है. हालांकि स्थिति नियंत्रण में है.
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