Rajendra Vishwanath Arlekar: इटंरनेट की दुनिया में आज ज्यादातर काम आसान हो गए हैं. लोग दुनिया के किसी भी कोने में बैठकर अपने काम खुद ही निपटा लेते हैं. इसके लिए उन्हें कहीं जाने की जरूरत भी नहीं पड़ती है, लेकिन वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो इस इंटरनेट का गलत इस्तेमाल कर लोगों को अपनी ठगी का शिकार बना रहे हैं या फिर किसी का फेक सोशल मीडिया अकाउंट बनाकर उसे ब्लैकमेल करते हैं. ऐसे कोई एक या दो नहीं बल्कि कई मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन इस बार इन शातिरों ने किसी आम नागरिक नहीं बल्कि हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल को अपना शिकार बनाया है. 


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शातिर ने फर्जी अकाउंट बनाकर की पैसों की मांग
दरअसल कुछ शातिरों ने हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर का फर्जी इंस्टाग्राम अकाउंट बना लिया. इतना ही नहीं फर्जी अकाउंट बनाने वाला शख्स लोगों से पैसों की मांग करने लगा. जब इस बारे में राज्यपाल को मालूम हुआ तो उन्होंने इसकी शिकायत दर्ज कराई. इसके साथ ही फेसबुक के माध्यम से लोगों से उनके नाम पर बने फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए पैसे मांगे जाने पर न देने की अपील की. 


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फेसबुक को लिखा पत्र
राज्यपाल के फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनने के बाद पुलिस विभाग भी सतर्क हो गया है. पुलिस लगातार इस मामले की जांच कर साइबर अपराधियों की तलाश कर रही है. इसके लिए फेसबुक को भी एक पत्र लिखा गया है, जिसमें अपराधी का नाम पता करने की बात कही गई है ताकि जल्द से जल्द अपराधी को पकड़ा जा सके. 


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जयराम ठाकुर की मेडिकल इमरजेंसी के नाम पर मांगे गए थे पैसे
बता दें, ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब किसी जाने-माने शख्स का फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनाकर पैसे मांगे गए हैं. इससे पहले बीते साल 2022 में हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, बीजेपी मंत्रियों और कुछ अधिकारियों के नाम पर लोगों से पैसे वसूलने की कोशिश की गई.


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