विपन कुमार/कांगड़ा: हिमाचल प्रदेश में कांगड़ा से भाजपा विधायक पवन काजल ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार प्रदेश में 3 महीने का कार्यकाल पूरा कर चुकी है, लेकिन अभी तक यह सरकार हनीमून पीरियड से बाहर नहीं निकल पा रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकाल में जिला कांगड़ा की खूब अनदेखी हो रही है.


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काजल ने कहा कि कांगड़ा जिला ने कांग्रेस की झोली में 10 विधायक डाले हैं. इसके बावजूद कांगड़ा की आवाज को अनसुना किया जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान टांडा मेडिकल कॉलेज की हालत बद से बदतर होती जा रही है, लेकिन सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है. प्रदेश का टांडा मेडिकल कॉलेज में प्रदेश के 6 जिलों को लाभान्वित करता है, लेकिन यहां से डॉक्टरों और अन्य स्टाफ के तबादले किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जब वह कांग्रेस में थे तब भी वह कांगड़ा जिला की आवाज को जोर-शोर से उठाते थे. पवन काजल ने कहा कि ऐसे मुद्दों पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. 


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राहुल गांधी की अध्यक्षता रद्द होने पर बोली ये बात
इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस विधायकों से कांगड़ा जिला के हकों की पैरवी करने की गुजारिश की. उन्होंने कहा कि कोरोना काल से टांडा मेडिकल कॉलेज में विभिन्न क्षेत्रों में सेवाएं दे रहे लगभग 350 कर्मचारियों को निकाल दिया गया, जिससे सारी व्यवस्था चरमरा गई है. इस तरह के फरमान जारी करना लोगों के साथ अन्याय है. यह पूरी तरह गलत है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री व ओबीसी समुदाय के खिलाफ जो अभद्र टिप्पणी की थी उसकी सजा वह आज भुगत रहे हैं. कांग्रेस बेवजह इस मामले को तूल देकर मामले को उलझाने का प्रयास कर रही है.


कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तारीकरण से उजड़ रहे 1416 परिवार 
कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के मुद्दे को लेकर काजल ने कहा कि विस्तारीकरण की आड़ में करीब 1416 परिवार उजड़ रहे हैं, लेकिन वह उन परिवारों के साथ खड़े हैं. उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट का विस्तारीकरण किया जाना चाहिए, लेकिन गरीब परिवारों को उजाड़ कर यह विस्तारीकरण नहीं होना चाहिए. काजल ने कहा कि उन्होंने इस विषय को लेकर मुख्यमंत्री से भी बात की है और इस मामले को विधानसभा में भी उठाया है. उन्होंने कहा कि सरकार को पहले उजड़ने वाले परिवारों के बारे में सोचना चाहिए. 


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60 करोड़ रुपये की लागत से सीवरेज की योजना को मिली स्वीकृति 
पवन काजल ने कहा कि कांगड़ा शहर के साथ लगती 6 से 7 पंचायतों के लिए करीब 60 करोड़ रुपये की लागत से सीवरेज की योजना को स्वीकृति मिल गई है. काजल ने कहा कि उन्होंने 2018-19 में विधायक प्राथमिकता के तहत इस कार्य के लिए डीपीआर तैयार करवाई थी. इस योजना का कार्य 4 वर्ष में पूर्ण कर लिया जाएगा, जिससे इन ग्रामीण क्षेत्रों की पंचायत के लोगों को सीवरेज योजना का लाभ मिलेगा.


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