PM Modi On Shivaji Statue Collapse: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के गिरने की घटना के लिए माफ़ी मांगी, जिसे पिछले साल बनाया गया था. यह घटना 17वीं सदी के मराठा साम्राज्य के संस्थापक की 35 फ़ीट ऊंची प्रतिमा के गिरने के बाद हुई है, जिसका अनावरण पिछले साल 4 दिसंबर को प्रधानमंत्री ने किया था. यह घटना मराठा योद्धा राजा के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को देखते हुए पूरे राज्य में व्यापक चिंता और आलोचना का विषय बनी हुई है. 



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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महाराष्ट्र दौरा 
महाराष्ट्र के पालघर में एक सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि शिवाजी महाराज उनके लिए सिर्फ एक नाम नहीं हैं. उन्होंने कहा, "छत्रपति शिवाजी महाराज हमारे लिए सिर्फ एक नाम नहीं हैं...आज मैं अपने भगवान छत्रपति शिवाजी महाराज से सिर झुकाकर माफ़ी मांगता हूं. हमारे मूल्य अलग हैं, हम वो लोग नहीं हैं जो भारत माता के महान सपूत, इस भूमि के सपूत वीर सावरकर को गाली देते और अपमानित करते रहते हैं. वे माफ़ी मांगने के लिए तैयार नहीं हैं, वे अदालत में जाकर लड़ने के लिए तैयार हैं." पीएम ने कहा, "जो लोग छत्रपति शिवाजी महाराज को अपना देवता मानते हैं उन्हें बहुत ठेस पहुंची है, मैं उनसे सिर झुकाकर माफ़ी मांगता हूं. हमारे मूल्य अलग हैं. हमारे लिए हमारे देवता से बड़ा कुछ नहीं है."


शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढही 
महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में एक किले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अनावरण की गई मराठा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति 26 अगस्त को ढह गई थी. पीएम मोदी ने पिछले साल 4 दिसंबर को नौसेना दिवस के अवसर पर मूर्ति का उद्घाटन किया था. उन्होंने किले में समारोह में भी भाग लिया था. इस बीच, मूर्ति गिरने की घटना ने राजनीतिक विवाद को जन्म दे दिया है, जिसमें विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने महाराष्ट्र में महायुति सरकार पर निशाना साधा और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के इस्तीफे की मांग की.