विपन कुमार/धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश की दूसरी राजधानी धर्मशाला में मंगलवार को राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ नारेबाजी हुई. मामला राजस्थान के एक निजी स्कूल में पढ़ने वाले अनुसूचित जाति के बच्चे की पिटाई के बाद मौत से जुड़ा था, जिसके विरोध में वाल्मीकि सभा, रविदास सभा, कबीर पंथी सभा, बटवाल सभा, अन्य पिछड़ा वर्ग, वामसेफ हिमाचल प्रदेश, भीम आर्मी हिमाचल प्रदेश के पदाधिकारियों और सदस्यों ने डीसी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और जिला प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा. 


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पीट-पीटकर ले ली मासूम की जान
धर्मशाला में प्रदर्शन के दौरान दिलजीत ने कहा कि राजस्थान के एक निजी स्कूल में कक्षा तीन में पढ़ने वाले 9 वर्षी बच्चे ने मुख्याध्यापक के पानी के मटके से पानी पी लिया, जिसके बाद शिक्षक ने उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी. पिटाई इतनी बेहरमी से की गई कि उसकी आंख की नस तक फट गई और उपचार के दौरान उसकी अस्पताल में मौत हो गई. 


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राष्ट्रपति से की दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग
जब बच्चे के परिजनों ने इस घटना के विरोध में प्रदर्शन किया तो गहलोत सरकार ने उन पर लाठीचार्ज करवा दिया. दिलजीत ने कहा कि इस तरह के कृत्य समाज में ठीक नहीं है. अगर इस मामले में दोषी के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई नहीं की गई तो समुदाय के लोग राजस्थान का रुख करेंगे और प्रदर्शन करेंगे. अलग-अलग सभाओं के प्रतिनिधियों ने ज्ञापन के माध्यम से राष्ट्रपति से दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. 


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