अरविंदर सिंह/हमीरपुर: मिर्गी की बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए हमीरपुर जिला में वेलकम ट्रस्ट टीवीटी इंडिया स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर एक प्रोजेक्ट शुरू करने जा रहा है, जिसके तहत इस रोग के मरीजों को प्राइमरी हेल्थ सेंटर तक इलाज की सुविधा देने का काम किया जाएगा. अभी तक इस बीमारी का इलाज केवल जिला अस्पताल में ही होता था, लेकिन अब इस नए प्रोजेक्ट के शुरू होने के बाद मरीज पीएचसी में भी अपना इलाज करवा सकेंगे.


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स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक इस प्रोजेक्ट के तहत मिर्गी के 90 फीसदी मरीजों का इलाज उनके घर के नजदीक ही हो जाएगा. इसके अलावा जो लोग वहां ठीक नहीं हो पाएंगे उन्हें आगे जिला अस्पताल में रेफर किया जाएगा. मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय भवन में हमीरपुर जिला के विभिन्न ब्लॉकों से आए स्वास्थ्य अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए दयानंद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल लुधियाना के सौजन्य से मिर्गी की बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए शुरू होने वाले प्रोजेक्ट की विस्तृत जानकारी व कार्यान्वयन के दौरान डाटा एकत्रित करने के विषय पर विशेष सेमिनार का आयोजन किया गया. 


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स्वास्थ्य विभाग तैयार कर रहा मिर्गी से ग्रसित मरीजों का डाटा
वहीं, वेलकम ट्रस्ट और स्वास्थ्य विभाग ने इस प्रोजेक्ट के तहत लोगों को खासतौर पर जागरूक करने के लिए भी एक अभियान शुरू करने का कार्यक्रम तैयार किया है, जिसके तहत इस बीमारी से ग्रस्त लोगों से किसी भी तरह का भेदभाव न करने की अपील की जाएगी. अधिकतर लोग जागरूकता के अभाव में परेशानियां झेलते हैं. इस बीमारी से ग्रसित लोगों का एक डांटा भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयार किया जाएगा ताकि इसके आधार पर बेहतर ढंग से योजना तैयार करके उस पर काम किया जा सके.


जल्द शुरू होगा पायलट प्रोजेक्ट
सीएमओ डॉक्टर आरके अग्निहोत्री का कहना है कि मिर्गी का इलाज पूरी तरह संभव है, लेकिन जरूरत है समय पर इसकी पहचान कर सही इलाज शुरू करने की. उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि वे इस तरह के मरीजों से किसी भी तरह का कोई भेदभाव ना करें. उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिला में मिर्गी का इलाज पीएचसी स्तर पर शुरू करने के लिए पायलट प्रोजेक्ट को जल्द ही अमलीजामा पहनाया जाएगा. इसमें डीएमसी लुधियाना के वेलकम ट्रस्ट इंडिया के विशेषज्ञ और डाटा तैयार करने के लिए आईआईटी रोपड़ की विशेषज्ञ टीम अपना सहयोग करेंगी.


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आईटी रोपड़ तैयार कर रहा एक विशेष एप्लीकेशन
वहीं, वेलकम ट्रस्ट इंडिया के डॉक्टर गगनदीप का कहना है कि इस प्रोजेक्ट के लिए हमीरपुर जिला का चयन किया गया है. जल्द ही इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो जाएगा. साथ ही इस रोग के प्रति फैली भ्रांतियों को भी दूर करने पर जोर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि टीम द्वारा इसका पूरा डाटा भी तैयार किया जाएगा. आईटी रोपड़ इसके लिए एक विशेष एप्लीकेशन तैयार कर रहा है.


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