चंडीगढ़: बचपन में जब हम छोटे होते थे तो अक्सर साइकिल लेने की जिद्द किया करते थे. साइकिल हमारे सबसे पुराने साथियों में से एक हैं.  साइकिल चलाना तो सभी को पंसद होता है. चाहे वे बच्चे हो या बूढ़े.


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साइकिलिंग उन शारीरिक गतिविधियों में से एक है जो न केवल मजेदार है बल्कि व्यायाम का एक बेहतरीन रूप भी है. जो लोग आज भी साइकल चलाते है वह सबसे फीट दिखाई देते है. अगर आप घंटों जिम में बिताना नहीं चाहते तो साइकिलिंग फिट रहने के लिए एक अच्छा उदाहरण बन सकता है.


 


इस वर्ष 3 जून को  विश्व साइकिल दिवस मनाने का उद्देश्य भौतिक और पर्यावरणीय कल्याण दोनों को बढ़ावा देना है. साइकल आपको प्रकृति से जोड़ने में मद्द करता है और यहां तक कि आपको शारीरिक रूप से फिट भी रखता है. 


 


बहुत से लोगों का बचपन में साइकिल वो पसंदीदा वाहन होता था जब हमारे पास गाड़ी या स्कूटर नहीं थे तब साइकल ही एकमात्र सहारा थी. जिसे हम सड़कों या फिर संकरी गलियों में तेजी से उड़ाते थे.


 


चलिए आपको बताते है कि आखिर साइकिल का हमारे जीवन में क्या महत्व है:


 


1. साइकिल से आने-जाने की इस प्रथा को अपनाने से सड़कों पर प्रदूषण में कमी आएगी. 


2. साइकिल चलाने से लोगों को फिट और स्वस्थ रखने में मदद मिलेगी.


3. कारों की तुलना में साइकिल अधिक होने पर सड़कों पर यातायात को कम करने में सहायता करेगा.


4. साइकिल को समाज के वर्गों के बीच मतभेदों को मिटाने के रूप में देखा जा सकता है.जिससे समानता और अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा दिया जा सकता है.