ICC Ban Transgenders: इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने ट्रांसजेंडर्स क्रिकेटरों को अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट में खेलने पर बैन लगा दिया है. मंगलवार को अहमदाबाद में आईसीसी बोर्ड की बैठक में यह फैसला लिया गया है. इस फैसले को काफी अहम माना जा है. इससे पहले यह फैसला अप्रैल के महीने में वर्ल्ड एथलेटिक्स ने लिया था.


आईसीसी ने क्या कहा?


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

आईसीसी ने अपने बयान में कहा,"नई नीति निम्नलिखित सिद्धांतों (प्राथमिकता के क्रम में) पर आधारित है, महिलाओं के खेल की अखंडता की सुरक्षा, निष्पक्षता और समावेशन, और इसका मतलब है कि कोई भी पुरुष से महिला प्रतिभागी जो किसी भी प्रकार के पुरुष यौवन से गुजर चुके हैं. वे किसी भी सर्जरी या लिंग परिवर्तन उपचार के बावजूद अंतरराष्ट्रीय महिला खेल में भाग लेने के पात्र नहीं होंगे."


डॉमेस्टिक लेवल पर लागू नहीं होता नियम


स्टेटमेंट में आगे कहा गया है,"समीक्षा, जो डॉ. पीटर हरकोर्ट की अध्यक्षता वाली आईसीसी मेडिकल एडवाइजरी कमेटी के देख रेख में की गई थी, जो पूरी तरह से इंटरनेशन वुमेन क्रिकेट के लिए जेंडर एलिजिबिलिटी से जुड़ी हुई है, जबकि डॉमेस्टिक लेवल पर जेंडक एबिलिटी प्रत्येक व्यक्तिगत सदस्य बोर्ड का मामला है, जो स्थानीय स्तर पर प्रभावित हो सकता है. इस नियम का हर दो साल में रिव्यू किया जाएगा.


कंसल्टेशन प्रोसेस के बाद लिया फैसला


आईसीसी के मुख्य कार्यकारी ज्योफ एलार्डिस ने कहा,"जेंडर एलिजिबिलिटी नियमों में बदलाव एक बड़े कंसल्टेशन प्रोसेस के बाद हुआ है और यह साइंस पर आधारित है और समीक्षा के दौरान विकसित कोर प्रिंसिपल के मुताबिक है."


इससे पहले वर्ल्ड एथलेटिक्स ने लिया था फैसला


ज्ञात हो कि इससे पहले वर्ल्ड एथलेटिक्स ने ट्रांसजेंडर्स को वुमेन कैटेगरी में खेलने से बैन किया था. शासी निकाय के अध्यक्ष लॉर्ड कोए ने कहा था कि पुरुष युवावस्था से गुजर चुके किसी भी ट्रांसजेंडर एथलीट को 31 मार्च से महिला विश्व रैंकिंग प्रतियोगिताओं में प्रतिस्पर्धा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.