ENG vs SL: श्रीलंकाई टीम मैनचेस्टर टेस्ट में इंग्लैंड को अच्छी टक्कर दे रही है. श्रीलंका के मीडिल ऑर्डर के बल्लेबाजों ने दोनों पारियों में जुझारू बल्लेबाजी कर टीम को मुकाबले में बनाए रखा है. पहली पारी में पिछड़ने के बाद मेहमान  टीम ने दूसरी पारी में अच्छी वापसी की है. श्रीलंका की इस वापसी में एक ऐसे खिलाड़ी की अहम भूमिका रही है, जो मशहूर अपनी बॉलिंग की वजह हैं. हालांकि, उन्होंने यहां बैटिंग में मोर्चा संभालकर शानदार ठोक कर इतिहास रच दिया और 40 साल पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया. ये खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि दोनों हाथ से बॉलिंग करने वाले कामिंडु मेंडिस है.


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ओल्ड ट्रैफर्ड में खेले जा रहे इस टेस्ट सीरीज के पहले मैच में श्रीलंकाई टीम ने चौथे दिन अच्छी वापसी की.  अपनी दूसरी पारी को श्रीलंका ने 6 विकेट के नुतकसान पर  204 रन से आगे बढ़ाया.  क्रीज पर नीचले क्रम के बल्लेबाज कामिंडु मेंडिस का साथ दे रहे थे अनुभवी बल्लेबाज दिनेश चांदीमल. ऐसे में मेंडिस को क्रीज पर अनुभवी बल्लेबाज चंडीमल का भरपूर साथ मिला, जिसे मेंडिस ने भी भुनाया. उन्होंने शतक जड़ दिया.  हालांकि,  मेंडिस तीसरे दिन ही अपना अर्धशतक पूरा कर चुके थे. चौथे दिन के पहले सेशन में दोनों बल्लेबाजों ने पिच पर ऐसा खूंटा गाड़ा कि इंग्लैंड गेंदबाजों के पसीने छूट गए. दोनों ने चौथे दिन  87 रन जोड़कर टीम को 291 के स्कोर तक पहुंचा दिया.


मेंडिस ने शतक जड़कर इस दिग्गज को छोड़ा पीछे
सातवें विकेट के लिए बल्लेबाजी करने आए 25 साल के बाएं हाथ के बल्लेबाज मेंडिस ने 167 गेंदों का सामना कर अपना शानदार शतक पूरा किया. इस तरह से उन्होंने अपने सिर्फ चौथे टेस्ट मैच में ही चौथा शतक बना डाले.  उन्होंने इस दौरान 12 चौके और 1 छक्का लगाया. इस शतक के साथ ही इस युवा खिलाड़ी ने करीब 40 साल पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया.दरअसल, मेंडिस ने श्रीलंका के लिए किसी टेस्ट मैच में सातवें या उससे नीचे की पोजिशन पर बल्लेबाजी कर इंग्लैंड में सबसे बड़ी पारी खेलने का रिकॉर्ड बना दिया. इससे पहले साल 1984 में दलीप मेंडिस ने लॉर्ड्स में 94 रन की पारी खेली थी.


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सिर्फ 5 महीनों के अंदर ही जड़ दिए 3 शतक
कामिंडु मेंडिस ने सिर्फ 19 साल की उम्र में श्रीलंका के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था. उन्होंने साल 2018 में टी20 और 2019 में वनडे क्रिकेट में पदार्पण किया था. खास बात यह है कि उन्होंने डेब्यू मैच में ही दोनों हाथों से गेंदबाजी कर क्रिकेट जगत को चौंका दिया था.


बाएं और दाएं हाथ से गेंदबाजी करना ही मेंडिस की सबसे बड़ी पहचान थी, लेकिन अब उन्होंने टेस्ट में शतक लगाकर बल्लेबाजी में पहचान बनाना शुरू कर दिए हैं. उन्होंने टेस्ट में 2022 में टेस्ट डेब्यू किया था. हालांकि, इस मैच के बाद वह बाहर हो गए थे. लेकिन 2024 में दोबारा उनकी रेड बॉल क्रिकेट में वापसी हुई. इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा. मार्च 2024 में बांग्लादेश के खिलाफ एक टेस्ट की दोनों पारियों में शतक लगाकर हर किसी को अचंभित कर दिया था.  उन्होंने महज 5 महीनों के अंदर ही 3 शतक और एक अर्धशतक लगा दिए हैं.