Roorkee News: उत्तराखंड के रुड़की में एक युवक का शव तालाब में मिलने के बाद से हंगामा मचा हुआ है. युवक के परिजनों का इल्जाम है कि पुलिस ने उसे बांधकर तालाब में फेंक दिया. परिजनों के विरोध प्रदर्शन के दौरान मौके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया, जिसके बाद पुलिस से ग्रामीणों और परिजनों की तीखी नोकझोंक भी हुई. इस मामले में पुलिस ने 7 नामजद और 150 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

क्या है पूरा मामला
परिजनों के मुताबिक, उत्तराखंड के रुड़की जिले के गंगनहर थाना क्षेत्र के माधोपुर में जिम ट्रेनर वसीम अपनी बहन के घर से खाना खाकर लौट रहा था, तभी गौ संरक्षण स्क्वायड की टीम ने युवक को रास्ते में पकड़ लिया और उसकी पिटाई की और फिर उसके हाथ-पैर बांधकर तालाब में फेंक दिया. इसके बाद पुलिस की टीम तालाब के चारों तरफ बंदूकें लेकर खड़ी हो गई और वसीम से कहा कि अगर वह बाहर निकला तो उसे गोली मार दी जाएगी. जब ग्रामीणों ने युवक को बचाने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें भी गोली मारने की धमकी देकर भगा दिया. आखिरकार घायल वसीम तालाब में डूब गया और उसकी मौत हो गई.



सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
परिजनों का कहना है कि इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें युवक मदद की गुहार लगा रहा है. युवक के परिजनों ने बताया कि घटना शनिवार देर रात की है. वहीं, गौकशी के आरोप में लिप्त वसीम की तालाब में डूबने के बाद हुई मौत के बाद गाँव में तनाव के चलते जमकर हंगामा हुआ और कांग्रेस विधायकों और आजाद समाज पार्टी के पदाधिकारियों ने भी कार्रवाई को माँग कर अस्पताल में पोस्टमार्टम हाउस के बाहर धरना भी दिया था.


पूर्व मंत्री ने क्या कहा?
वहीं बीजेपी के नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि वसीम की पुलिस ने हत्या नही की बल्कि वह गोमांस तस्कर था और पुलिस से बचने के चक्कर मे तालाब में कूद गया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी. गौसेवा आयोग ने गौ संरक्षण स्क्वायड का गठन किया है, जिसमें पुलिस के कर्मचारी शामिल हैं. उक्त टीम गौकशी की खबर पर माधोपुर गांव में गई थी, जिसे एक व्यक्ति गौमांस ले जाता हुआ दिखा. पुलिस टीम ने उसे चेकिंग के लिए रोका तो उसकी बाइक से मांस का कट्टा गिर गया पकड़े जाने के डर से वह तालाब में कूद गया और उसकी मौत हो गई.


कांग्रेस विधायक पर बोला हमला
उन्होंने कहा कि इस मौत में पुलिस का कोई हाथ नहीं है. वहीं उन्होंने कहा कि जिस परिवार का वह युवक था उस परिवार पर गौकशी के पहले से ही सात मुकदमे दर्ज हैं. गौकशी करने वालों को शीशे की गोलियों से बींद देना चाहिए. वहीं उन्होंने कांग्रेस विधायकों पर निशाना साधते हुए कहा कि गौ हत्यारों का संरक्षण करने के लिए जो जनप्रतिनिधि धरना दे रहे हैं. उसकी कड़ी निन्दा करते है जिन लोगों ने कानून तोड़ने की कोशिश की सभी पर मुकदमा लिखा जाना चाहिए ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कारवाई करनी चाहिए.