Udham Singh Nagar Rape Case: उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां, एक मौलवी पर मदरसे में पढ़ने वाली बच्चियों को पोर्न वीडियो दिखाकर  6  बच्चियों के साथ रेप करने का इल्जाम है. यह घटना राज्य के रुद्रपुर थाना इलाके के मल्सी गांव की है. पुलिस ने यह जानकारी दी है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

क्या है पूरा मामला
दरअसल, उधम सिंह नगर जिले के रुद्रपुर थाना क्षेत्र के मल्सी गांव की एक मस्जिद में अवैध रूप से एक मदरसा चल रहा था. जहां, मौलाना शब्बीर हुसैन बच्चों और बच्चियों को दीन की तामील देते थे. वहीं, मौलवी पर इल्जाम है कि वह पिछले दो महीनों से 5 से 8 साल की बच्चियों को पढ़ाने के नाम पर अपने मोबाइल फोन पर पॉर्न वीडियो दिखा रहा था. इसके बाद उसने उन बच्चियों के साथ रेप कर रहा था. यहीं, नहीं मौलवी बच्चियों को जिन्न का डर दिखाकर मुंह बंद रखने की धमकी देता था.


ऐसे हुआ मामले का खुलासा
मौलाना के इस जघन्य अपराध का खुलासा तब हुआ जब एक पीड़ित लड़की ने अपने परिजनों को मौलाना की हरकतों के बारे में बताया. जिसके बाद पीड़ित लड़की की मां अरीका हसन खान ने 17 अगस्त को मौलवी के खिलाफ मामला दर्ज कराया. पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो मौलवी की हैवानियत की हकीकत एक-एक कर सामने आती गई. जांच के दौरान पता चला कि मौलवी ने 6 लड़कियों के साथ रेप किया है. पीड़ित लड़कियों ने भी मौलवी के खिलाफ पुलिस को बयान दिए, जिसके बाद पुलिस ने मौलवी शब्बीर को पॉक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.


SSP ने क्या कहा?
एसएसपी मंजू नाथ टीसी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एसआईटी गठित कर दी है। रुद्रपुर सीओ निहारिका तोमर को एसआईटी का प्रभारी बनाया गया है. उधर, एसआईटी ने आज मौलवी को कोर्ट से पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर मदरसे की जांच की. इस दौरान मौलवी की निशानदेही पर पुलिस ने एसी में छिपाया गया मोबाइल बरामद किया. 


मोबाइल में मिला पॉर्न वीडियो
जांच के दौरान मोबाइल की ब्राउजर हिस्ट्री में कई अश्लील वीडियो मिले. इन अश्लील वीडियो को दिखाकर मौलवी लड़कियों से रेप करता था. एसआईटी ने बरामद मोबाइल को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है. एसआईटी ने मस्जिद से बरामद हुए मोबाइल में भारी मात्रा में पोर्न वीडियो मिले है. अब एसआईटी के जरिए यह मोबाइल फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जा रहा है, ताकि तकनीकी डेटा रिकवर किया जा सके. एसआईटी इस मोबाइल को मौलवी के खिलाफ बड़ा सबूत मान रही है.