बरेली: कई सालों से तलाशा जा रहा बरेली का झुमका आख़िरकार मिल ही गया है. जी हां बरेली के एक तिराहे पर एक बहुत बड़ा झुमका लगाया गया है, जिसे अब झुमका तिराहे के नाम जाना जाएगा. इस तिराहे पर लगाए गए झुमके का वज़न तकरीबन 2.7 क्विंटल है और इसकी नक़ाब कुशाई सनीचर के रोज़ मरकज़ी वज़ीर संतोष गंगवार ने की है. यह बरेली के NH 24 के ज़ीरो पर है. 


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बता दें कि साल 1966 में आई फिल्म "मेरा साया" के "झुमका गिरा रे" गाने के बाद से बरेली का झुमका पूरे हिंदुस्तान की ज़बान पर गर्दिश करने लगा था और इस झुमके को लगाने के लिए फिल्म की सिल्वर जुबली यानी 50 साल पुरे होने पर की गई थी, जिसका मकसद फिल्म की अदाकारा साधना को खिराजे तहसीन पेश करना था लेकिन झुमके पर आने वाले ज्यादा ख़र्च की वजह से ये उस वक्त नहीं लग सका. क्योंकि उस वक्त BDA के पास उतनी रक़म नहीं थी लेकिन अब इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के मालिक डॉ केशव अग्रवाल ने झुमका लगाने की ज़िम्मेदारी खुद पर ली और झुमके को लगाया गया.