Covishield Side Effects: 2019 में जब कोरोना की चपेट में हर रोज लाखों लोग आ रहे थे, तभी दुनियाभर में कोडिव से बचाव के लिए कई वैक्सीन बनाए गए. ब्रिटेन की कंपनी एस्ट्राजेनेका ने कोविड शिल्ड नाम की वैक्सीन बनाई. भारत समेत दुनियाभर में कोविड शिल्ड वैक्सीन लोगों को लगाई गई. अब इसको लेकर एस्ट्राजेनेका ने स्वीकारा है कि उसकी बनाई वैक्सीन से लोगों को कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं. कंपनी ने कहा है कि वैक्सीन से शरीर में खूब के थक्के जमने की संभावना है. 


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भारत में कोविशील्ड के 1 अरब 70 करोड़ डोजेज लगाए गए थे. इस खुलासे के बाद कोविशील्ड पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. लोग कोरोना के बाद हार्ट अटैक के केस बढ़ने की वजह भी कोडिशिल्ड को बना रहे. वैक्सीन सरकार के द्वारा लगवाई गई थी. इसलिए इसको लेकर सरकार से सवाल पूछे जा रहे हैं. 


कंपनी ने कहा है कि वैक्सीन से TTS थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम की समस्या हो सकती है. इस बीमारी से शरीर में ब्लड क्लोट बनने लगता है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. रोजमर्रा की जिंदगी में हम अपने लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव कर सकते हैं जिससे इस समस्या से बचा जा सकता है.


एक्सरसाइज
शरीर को स्वस्थ्य और एक्टीव करने के लिए रोजाना एक्सरसाइज बेहद जरूरी है. एक्सरसाइज करने से ब्लड फ्लो बढ़ता है. एक्सरसाइज हार्ट से शरीर के चारों ओर तेजी से ब्लड पंप करने में मदद करता है. इससे ब्लड क्लोटिंग की समस्या कम होती है.


क्रॉस करके ना बैठें
लंबे समय तक पैरों को क्रोस करने ना बैठे. समय समय पर थोड़ा टहल लें या पैरों को हिलाते रहें. लंबे समय तक एक जगह बैठने से शरीर में ब्लड क्लोट की समस्या बढ़ सकती है.


विटामिन-K
ब्लड क्लोट की समस्या होने पर डाइट में विटामिन K शामिल करें. विटामिन K शरीर के अंदर ब्लड को जमने नहीं देता. साथ ही बाहर शरीर के बाहर ब्लड बहने नहीं देता.


एक्टिव रहें
ब्लड क्लॉटिंग को रोकने का सबसे अच्छा तरीका है एक्टिव रहना. एक्टिव रहने से बॉडी में हेल्दी ब्लड सर्कुलेट होता है. बेहद जरूरी है कि आप सुबह जल्दी बिस्तर से उठें और फिजिकल एक्टिविटी करते रहें. 


हाइड्रेटेड रहें
शरीर में ब्लड क्लॉटिंग को रोने के लिए बेहद जरूरी है कि आप अच्छी मात्रा में पानी पिए. शरीर में सही मात्रा में पानी ब्लड की चिपचिपाहट को कम करता है. जब शरीर में पानी की कमी होती है, तो ब्लड गाढ़ा हो जाता है, जिससे थक्के बनने की समस्या हो सकती है.


ये खबर समान्य जानकारी पर आधारित है. शरीर में समस्या महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लें.