China on Gaza War: गाजा में इजरायील फौज भीषण बमबारी कर रही है. इस बीच चीन ने बड़ा बयान दिया है और गाजा पर इजरायली हमले की निंदा की है. दरअसल, UNGC ने गाजा में मानवीय संकट पर चर्चा करने के लिए फिलिस्तीन-इजरायल मुद्दे पर एक सार्वजनिक बैठक की. इस दौरान चीन ने फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी के खिलाफ इजरायल के दुष्प्रचार पर कड़ा विरोध व्यक्त किया. साथ ही चीन ने इजरायल से स्थिति को और गंभीर बनाना बंद करने की गुजारिश की है.


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इजरायल पर लगा गंभीर इल्जाम
चीन ने कहा कि पिछले साल अक्टूबर से गाजा पट्टी में संघर्ष और मध्य पूर्व की हालात सुरक्षा परिषद के कार्य का फोकस रही है, लेकिन, स्थिति में अब तक सुधार नहीं हुआ है, बल्कि यह और भी बिगड़ती जा रही है. अंतर्राष्ट्रीय कानून का अधिकार कुछ देशों के लिए व्यर्थ प्रतीत होता है, और अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून की निचली रेखा का बार-बार उल्लंघन किया गया है.


चीन ने दिया बड़ा बयान
चीन ने इजरायल से मानवीय सहायता को हथियार बनाना बंद करने और गाजा पट्टी पर अपनी नाकाबंदी और मानवीय पहुंच प्रतिबंध हटाने की भी गुजारिश की है. चीन ने कहा कि इजरायल को गाजा पट्टी में सभी सैन्य अभियान बंद करने होंगे और गाजा पट्टी के लोगों के खिलाफ सामूहिक सजा समाप्त करनी होगी. साथ ही हम सुरक्षा परिषद के हाशिए पर जाने को नजरअंदाज नहीं कर सकते.


गाजा हिंसा में अब तक कितने लोगों की हुई मौत
वाजेह हो कि पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास ने इजराइल पर हमला किया था. जिसमें करीब 1,200 लोग मारे गए थे और करीब 250 को बंधक बना लिया गया था. इसके बाद इजराइल ने गाजा पर हमला किया था. जिसमें 42 हजार से ज्यादा निर्दोष नागरिक मारे गए हैं. जबकि 97,886 लोग घायल हुए हैं.