Israel Attack on Rafah: मिस्र के काहिरा में इजरायल-हमास जंगबंदी पर बातचीत बेनतीजा रहने के बाद इजरायल ने गाजा के सबसे दक्षिणी शहर रफा पर भारी बमबारी शुरू कर दी है. सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने शुक्रवार को बताया कि अभी ये पता नहीं चला है कि इस हमले में कितने लोग मारे गए हैं. रफा में कुवैत अस्पताल का संचालन काफी हद तक बंद हो गया है. फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (UNRWA) ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर कहा कि रफा में इजरायली बमबारी तेज होने के बाद लगभग एक लाख दस हज़ार लोग रफा से भाग गए हैं. 
कहा गया है कि रफा में 34 UNRWA चिकित्सा सुविधाओं में से दस को बंद करने के लिए मजबूर किया गया और क्षेत्र में तीन स्वास्थ्य केंद्र कम क्षमता पर काम कर रहे हैं.


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रुख में करें बदलाव
इससे पहले हमास और इजरायल के बीच युद्ध विराम और बंधकों की रिहाई के समझौते को लेकर काहिरा में हुई बातचीत बेनतीजा रही थी. इसके बाद अब मिस्र और अमेरिका ने दोनों पक्षों से अपने रुख में बदलाव लाने की गुजारिश की थी. मिस्र के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने शुक्रवार को बताया कि मिस्र के विदेश मंत्री समेह शौकरी और अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने गुरुवार रात फोन पर बातचीत के दौरान दोनों पक्षों से अपने रुख में बदलाव लाने और समझौते तक पहुंचने के लिए जरूरी कोशिश करने का आग्रह करने की अहमियत पर सहमति जाहिर की. बता दें कि इजरायल और हमास सीधे तौर पर बातचीत करने के लिए तैयार नहीं है. ऐसे में अमेरिका, कतर और मिस्र मध्यस्थ के रूप में कार्य कर रहे हैं.


इजरायल ने रोकी मदद
शौकरी और ब्लिंकन ने शरणार्थियों से भरे गाजा के शहर रफा में सुरक्षा और मानवीय स्थिति पर चर्चा की. प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, मिस्र के अधिकारी ने रफा में इजरायली सैन्य अभियानों के नतीजों के प्रति चेतावनी दी. इस हफ्ते की शुरुआत में, इजरायल ने रफा सीमा पार के फिलिस्तीनी हिस्से पर नियंत्रण कर लिया, जिससे भारी आबादी वाले गाजा पट्टी में मानवीय सहायता वितरण रोक दिया गया. इजरायल और हमास के बीच चल रही जंग की वजह से विस्थापित हुए हजारों फिलिस्तीनियों के लिए रफा आखिरी ठिकाना है. इजरायल इस शहर को हमास के आखिरी गढ़ के रूप में देखता है.