Israeal Hezbollah War: इसराइल ने गाजा में हवाई हमले तेज कर दिए हैं. इसके जवाब में फलस्तीनी और यमनी समूह हूती भी यरुशलम पर रॉकेट दाग रहे हैं. इसी बीच, इसराइल हिज्बुल्लाह को चेतावनी दी है.  रक्षा मंत्री इजराइल कैट्ज ने लेबनानी समूह को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सशस्त्र समूह लिटानी नदी के उत्तर में अपनी सारी सेना वापस नहीं बुलाता है तो इसराइल सीजफायर समझौते को तोड़ देगा. सीजफायर की शर्तों के मुकाबिक, हिज्बुल्लाह को 26 जनवरी तक लिटानी नदी के उत्तर में अपने लड़ाकों और हथियारों को वापस बुलाना होगा. 


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सिन्हुआ समाचार एजेंसी ने रिपोर्ट के अनुसार, इसी तारीख तक इसराइल को भी ब्लू लाइन के साउथ में अपनी सेना पूरी तरह से वापस बुलाना होगा, जो लेबनान और इसराइल के बीच यूनाइटेड स्टेट्स द्वारा निर्धारित सीमा है, जबकि लेबनानी सेना को इस क्षेत्र में सेना तैनात करनी है.


इसराइल की उत्तरी कमान के दौरे के दौरान रविवार को बोलते हुए कैट्ज ने कहा कि यहूदी राष्ट्र समझौते को लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा, "इसराइल लेबनान में समझौते को कायम रखना चाहता है." हालांकि, उन्होंने दावा किया कि हिज्बुल्लाह ने अपनी सेना वापस बुलाने की प्रोसेस पूरी नहीं की है. उन्होंने कहा, "अगर यह शर्त पूरी नहीं होती है तो कोई समझौता नहीं होगा."


बता दें, सीजफायर समझौते ने अक्टूबर 2023 में शुरू हुई इसराइल और हिज्बुल्लाह के बीच महीनों से चल रही बॉर्डर पार की लड़ाई को खत्म कर दिया. हालांकि, इसराइल ने सीमित अभियान जारी रखे हैं, जिसमें सीजफायर का उल्लंघन करने वाले हिज्बुल्लाह के लाड़कों को निशाना बनाने का दावा किया गया है. लेबनान और फ्रांस ने इसराइल पर दर्जनों बार सीजफायर उल्लंघन का आरोप लगाया है, जिससे सीजफायर की नाजुक स्थिति और भी उजागर हुई है.


UNIFIL ने किया ये आह्वान
इससे पहले दिसंबर में लेबनान में यूनाइटेड नेशन्स अंतिरम फोर्स (यूएनआईएफआईएल) ने गुरुवार को कहा था कि लेबनान में झड़गे के नाजुक अंत को खतरे में डालने वाली किसी भी कार्रवाई को रोकना होगा. यूनिफिल ने एक बयान में कहा, "इसराइल और लेबनान दोनों ने यूनाइटेड नेशन्स सिक्योरिटी काउंसिल के प्रस्ताव 1701 के पूर्ण इंप्लीमेंटेशन और लंबित मुद्दों को खिताब करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की है. दोनों पक्षों से समझौते में सहमति के मुताबिक नव स्थापित मैकेनिज्म का इस्तेमाल करने का आह्वान किया जाता है."


संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन ने क्या कहा?
UNIFIL ने इसराइली सेना से वक्त पर वापस जाने और लेबनानी सशस्त्र बलों से इसराइल और लेबनान के बीच सीजफायर समझौते के अनुसार दक्षिणी लेबनान में तैनात होने का आग्रह किया. संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन ने जोर देकर कहा कि वह लेबनानी सेना के साथ मिलकर काम कर रहा है ताकि उसके भर्ती कोशिशों और दक्षिण में तैनाती में तेजी लाई जा सके.


मिशन ने कहा कि वह "प्रगति की निगरानी में अपनी भूमिका निभाने के लिए तैयार है, जिसमें यह सुनिश्चित करना भी शामिल है कि लिटानी नदी के साउथ का इलाका लेबनान सरकार और यूनिफिल के अलावा किसी भी सशस्त्र कर्मियों, संपत्तियों या हथियारों से मुक्त हो, साथ ही ब्लू लाइन का सम्मान भी हो." इसने "इज़राइली सेना द्वारा दक्षिणी लेबनान में आवासीय क्षेत्रों, कृषि भूमि और सड़क नेटवर्क के निरंतर विनाश पर चिंता व्यक्त की, जो संकल्प 1701 का उल्लंघन है."