October 7 Attack Anniversary: 7 अक्टूबर को इतिहास में नरसंहार के तौर पर गिना जाएगा. इसके साथ ही इसके बाद जो हुआ उसे भी पूरी दुनिया याद रखने वाली है. रविवार को तेल अवीव में लोग मोमबत्तियां, प्रार्थनाएँ और संगीत के साथ नोवा संगीत समारोह में हमले की पहली वर्षगांठ मनाने के लिए लोग इकट्ठा हुए. प्रोगााम के एंट्री गेट पर एक स्क्रीन पर पीड़ितों की तस्वीरें दिखाई गईं.


7 अक्टूबर अटैक


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

7 अक्टूबर को हमास ने अचानक इजराइल परस हमला कर दिया था. इस दौरान कई सौ लोगों की मौत हुई थी. नेगेव रेगिस्तान में नोवा रेव में कम से कम 370 लोग मारे गए थे, जिससे यह 7 अक्टूबर के हमले के दौरान सबसे खतरनाक जगह बन गई थी. हमास के जरिए फिल्माए गए उस दिन के फुटेज में दिखाया गया है कि हमास के लड़ाकों ने फेस्टिवल में हिस्सा लेने आए लोगों को कैसे गोलियों से भूना और कई लोगों को बंधन बना लिया.


7 अक्टूबर हमले में कितने लोग मारे गए?


यह हमला हमास के जरिए की गई हिंसा का हिस्सा था. 7 अक्टूबर को हुए हमले में 1,205 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर नागरिक थे. हालांकि, इस हमले के बाद इजराइल ने जवाबी हमला किया और फिर यहूदी मुल्क ने तरस की कोई गुंजाइश नहीं छोड़ी. अभी तक फिलिस्तीन में 41 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. मरने वालों में बच्चे और आरतों की तादाद काफी ज्यादा है. अभी भी वहां लोगों की जान जा रही है.


कैसे किया हमास ने हमला?


हमास ने इजरायल पर बड़े पैमाने पर, सरप्राइज हमला किया. पहले संगठन ने रॉकेट दागे और फिर अपने लड़ाकों को ग्राउंड के जरिए इजराइल में घुसवा दिया. इस दौरान हमास ने 2 हजार से ज्यादा रॉकेट इजराइल पर दागे. 


251 लोगों को बनाया गया बंधक


सैकड़ों इजरायली नागरिक और सैनिक मारे गए, और लगभग 251 लोगों को बंधक बनाकर गाजा पट्टी ले जाया गया, जिनमें से 97 अभी भी बंदी हैं, जिनमें से 37 के बारे में इजरायली सेना का कहना है कि वे मर चुके हैं. इसको लेकर इल्जाम भी लगते आए हैं, कि एक बार की कोशिश के बाद इजराइली सरकार ने बंधकों को छुड़वाने के लिए कुछ नहीं किया.


नेतन्याहू ने किया जंग का ऐलान


इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमले के जवाब में जंग का ऐलान कर दिया और गाजा में सैनिकों को भेजना शुरू कर दिया. इसके साथ ही जवाबी कार्रवाई में, इजरायल ने गाजा में हमास के सैन्य बुनियादी ढांचे, हथियार डिपो और नेतृत्व को निशाना बनाकर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए. हालांकि यह हमले हमास तक ही सीमित नहीं रहे.


41 हजार 870 लोगों की मौत


छोटे से गाजा में इजरायली आक्रमण शुरू होने के बाद से कम से कम 41,870 लोग मारे गए, जिनमें से ज्यादातर नागरिक हैं. सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें सामने आईं, जहां इजराइली स्नाइपर पानी लेने जा रहे लोगों को निशाना बना रहे हैं, इसके साथ ही जानवरों को भी निशाना बना रहे हैं.


दुनियाभर नेताओं ने हिंसा की निंदा की तथा संयम बरतने का आह्वान किया, साथ ही बढ़ते मानवीय संकट पर फिक्र का इजहार किया. इजराइल-गाजा सीमा पर भीषण लड़ाई जारी रही, जिसमें इजराइली सेना और हमास लड़ाकों के बीच झड़प हुई.


दो धड़ों में बंटी दुनिया


इस अटैक के बाद दुनिया दो धड़ों में बंट गई. एक वे जो इजराइल का समर्थन करने लगे और दूसरे वो जो गाजा में हो रहे नरसंहार के विरुद्ध खड़े थे. यह सच है कि हमास के हमले के बाद इजराइली नरसंहार के खिलाफ दुनिया के बड़े मुल्कों ने मानों अपनी आंखें मूंद ली. शायद  इस बात को कोई नहीं नकार सकता है कि इजराइल ने हमास को कम नुकसान और आम नागरिकों को ज्यादा नुकसान पहुंचाने का काम किया है.