Gaza Ceasefire: हमास और इजराइल के बीच सीजफायर की उम्मीदें बढ़ गई है. दोनों पक्ष अपनी पिछली मांगों से पीछे हटने को तैयार हो गए हैं. हमास, जहां जंग को स्थायी रूप से खत्म करने की अपनी मांग की जगह इसे 6 सप्ताह के लिए रोकने पर सहमत हो गया है, वहीं इज़राइल 1000 फ़िलिस्तीनी कैदियों को रिहा करने पर लगभग तैयार हो गया है. इनमें से 100 पर हत्या सहित गंभीर अपराधों का इल्जाम है.


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सीजफायर के लिए हुई बैठक
सीजफायर के लिए पिछले दो दिनों में दोहा, काहिरा और पेरिस में वार्ताकारों के बीच कई बैठकें हुई हैं. इसराइली खुफिया एजेंसियों के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि कतर ने हमास नेतृत्व को सूचित किया है कि अगर वे अपनी अनुचित मांगों से पीछे नहीं हटते हैं, तो कतर उनके नेताओं को अपने देश से निर्वासित करने में संकोच नहीं करेगा.


1000 फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ेगा इसराइल
जराए के मुताबिक, हमास 1000 फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ने के बदले में सैनिकों समेत सभी इसराइली बंदियों को रिहा करेगा. इसराइली खुफिया एजेंसियों ने सरकार को सूचित किया है कि गाजा में बचे 134 इसराइली बंधकों में से 32 की मौत हो गई है. वहीं, इसराइली PMO कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि 1000 फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ने के बदले में हमास ने बचे 102 बंधकों को रिहा करेगा और 32 बंधकों के शवों को इसराइल भेजेगा.


लोग हो रहे हैं भूखमरी के शिकार
वाजेह हो कि हमास ने पिछले साल 7 अक्टूबर को इसराइल पर हमला किया था. इस हमले में 1200 लोगों की मौत हो गई थी. वहीं, हमास के लड़ाकों ने 250 इसराइली नागरिकों को बंधक बना लिया था. जिसके बाद इसराइल ने गाजा पट्टी पर हमला किया, जिसमें अब तक 31 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. गाजा के हालात बद से बदत्तर होते जा रहे हैं. इस बीच लोग भूखमरी के शिकार हो रहे हैं.