AMU: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के तकरीबन 1600 से अधिक नॉन टीचिंग एम्पलाइज पिछले 10 महीनों से अपने वेतन को लेकर परेशान है, क्योंकि एएमयू प्रशासन द्वारा इन सभी एम्पलाइज का भत्ता वेतन रोक दिया है. जिसकी वजह से अपनी सैलरी समेत तकरीबन 10 सूत्रीय मांगों को लेकर नॉन टीचिंग एम्पलाइज लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. शनिवार को भी काफी बड़ी तादाद में नॉन टीचिंग एम्प्लॉइज एएमयू के एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक के सामने जमा हुए और अपनी मांगों को लेकर धरना- प्रदर्शन किया.


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नॉन टीचिंग एम्पलाइज़ सैलरी न मिलने से परेशान
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के टेक्निकल स्टाफ के पूर्व अध्यक्ष फैसल रईस ने बताया कि हमारी दस मांगे हैं. पिछले दस महीनों से हम दस सूत्रीय मांग पत्र एएमयू प्रशासन को सौंपते आ रहे हैं. लेकिन, इनके कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है. उन्होंने आगे बताया कि, केंद्र सरकार द्वारा नॉन टीचिंग एम्प्लॉइज को भत्ते के तौर पर सैलरी दी जाती है, जिसे एएमयू प्रशासन ने रोक दिया है. जबकि, केंद्र सरकार की तरफ से सैलरी रोकने जैसा कोई ऑर्डर नहीं है. एएमयू प्रशासन पर इल्जाम है कि इन्होंने डिवाइड एंड रूल की पॉलिसी को अंजाम देते हुए कुछ स्टॉफ़ को राहत दी है.


 


मांगे पूरी न होने तक जारी रहेगा प्रदर्शन
वहीं, एएमयू के वुमेन्स कॉलेज में अस्थाई स्टाफ शाजिया अफरोज ने बताया है कि हमारा दिसंबर 2022 से एक्सटेंशन रोक दिया गया था. हालांकि हंगामा करने के बाद एक्सटेंशन तो दे दिया गया, लेकिन फिर भी हमारी तीन महीने की तनख्वाह रोक दी गई. जब हम सड़कों और उतरे तब जाकर सैलरी रिलीज की गई. उन्होंने आगे बताया कि यहां नॉन टीचिंग स्टॉफ़ के लोगों में कोई 18 साल, 25 साल और 30-30 सालों से काम करते आ रहे हैं. लेकिन, किसी को आज तक कन्फर्मेशन पर नहीं रखा गया. उन्होंने कहा कि, जब तक हमारे तमाम मुतालबात को मान नहीं लिया जाता, तब तक हम इसी तरह प्रदर्शन जारी रखकर हक़ की लड़ाई लड़ते रहेंगे.


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