Owaisi on MPs Suspension: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने 141 सांसदों का निलंबन रद्द करने की मांग करते हुए मंगलवार को कहा कि संसद को ‘‘भाजपा की चिंतन बैठक’’ की तरह नहीं चलाया जा सकता. ओवैसी ने ‘‘एक्स’’ पर एक पोस्ट में सवाल उठाया कि अगर विपक्षी दलों के सांसदों को एक झटके में निलंबित या निष्कासित कर दिया जाता है, तो लोकतंत्र में क्या बचा है.


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भाजपा पर बरसे ओवैसी
ओवैसी ने पोस्ट में कहा, ‘‘141 विपक्षी सांसदों को संसद से निलंबित कर दिया गया है. यदि विपक्षी सांसदों को एक झटके में निलंबित या निष्कासित कर दिया जाए तो लोकतंत्र में क्या बचता है? भाजपा के पास संसद में प्रचंड बहुमत है, फिर भी वह विपक्ष की आवाज के प्रति इतनी असहिष्णु क्यों है? संसद को भाजपा की चिंतन बैठक की तरह नहीं चलाया जा सकता. निलंबन वापस लिया जाना चाहिए.’’ 


अखिलेश ने कहा खत्म हो जाएगा संबिधान
संसद से 141 सदस्यों के निलंबित किए जाने पर कई विपक्षी नेताओं ने अपनी राय रखी है. इस मामले पर सपा मुखिया अखिलेश यदव ने सत्तापक्ष पर निशाना साधते हुए कहा है कि "मुंह से संसद को लोकतंत्र का मंदिर कहेंगे ये लोग, जिस तरह से उन्होंने विपक्ष के साथ बर्ताव किया है. अगर अगली बार ये लोग आ जाएं तो संविधान खत्म हो जाएगा."


क्या बोले शशि थरूर
इस मामले पर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने अपनी राय रखी है. उनका कहना है कि "इतने सांसदों को निलंबित करने से एक बात साफ हो गई कि वह विपक्ष मुक्त लोकसभा चाहते हैं. वे राज्यसभा में भी कुछ ऐसा ही करेंगे." 


क्या है मामला?
सदन में तख्तियां लहराने और नारे लगाने के इल्जाम में कुल 141 सांसदों को लोकसभा और राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया है. सदन की कार्यवाही में बाधा डालने के इल्जाम में मंगलवार को 49 लोकसभा सदस्यों को निलंबित कर दिया गया. ‘इंडिया’ गठबंधन के सांसद 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा में चूक की घटना को लेकर गृह मंत्री अमित शाह से बयान की मांग कर रहे हैं.