दिल्ली-अलवर रोड पर बिरयानी की दुकानों पर लगेगा ताला; नाराज हैं राजस्थान के हिंदू संगठन
Rajasthan News: दिल्ली-अलवर रोड पर बिरयानी भगोना और चिकन की दुकानें बंद कराने के लिए हिंदू संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है. इन संगठनों को शक है कि बिरयानी में गोमांस हो सकता है. पूरी खबर पढ़ने के लिए नीचे स्क्रॉल करें.
Rajasthan News: हिंदू संगठनों ने दिल्ली-अलवर रोड पर बिरयानी भगोना और चिकन की दुकानें बंद करने की मांग की है. संगठनों ने बिरयानी भगोना में गोमांस होने का संदेह जताया गया. आज यानी 23 सितंबर को रामगढ़ कस्बे के एसडीएम कार्यालय पर हिंदू जागरण मंच, स्वयंसेवक संघ, बजरंग दल, एबीवीपी और मुख्तलिफ हिंदू संगठनों ने जिला कलेक्टर के नाम एसडीएम नीतू करोल को ज्ञापन सौंपा.
ज्ञापन के माध्यम से मांग की गई कि अलवर से नौगांवा तक दिल्ली हाईवे रोड पर हाईवे सड़क पर अतिक्रमण कर कई स्थानों पर बिरयानी भग्गों और चिकन की दुकानें खुली हुई हैं. जिनमें पशुओं का मांस खुलेआम बेचा जा रहा है. बिरयानी भग्गों के पास आवारा कुत्तों का झुंड खड़ा रहता है, जो प्रतिदिन हाईवे सड़क से गुजरने वाले बाइक सवारों के लिए हादसों को न्योता दे रहा है. क्योंकि कई बार आवारा कुत्तों की चपेट में आने से बाइक सवार गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं.
हिंदू संगठन किस बात से हैं नाराज
इसके साथ ही मांग की गई कि अलवर से नौगांवा तक हाईवे सड़क पर जितनी भी मीट की दुकानें हैं, वह अवैध रूप से चल रही हैं. इसलिए जिला कलेक्टर से मांग की गई है कि इन बिरयानी भग्गों व अवैध चिकन की दुकानों को तुरंत प्रभाव से हटाया जाए. हिंदू जागरण मंच के सह संयोजक धर्मेंद्र यादव ने बताया कि आज हिंदू संगठनों के लोगों ने मिलकर जिला कलेक्टर के नाम एसडीएम को ज्ञापन दिया है. हमारी मांग है कि अलवर से नौगांवा दिल्ली हाईवे रोड पर लगी चिकन की दुकानों और बिरयानी की दुकानों को फौरन वहां से हटाया जाए.
गोमांस का है शक
उन्होंने यह भी कहा कि इन दुकानों पर नाबालिग बच्चों को बैठाया जाता है, जिससे गलत आदतें और हिंसक व्यवहार जैसी बुराइयां जन्म लेती हैं. इसलिए खुले में बिकने वाली मीट की दुकानों पर रोक लगाई जाए, ताकि सड़क दुर्घटनाएं व धार्मिक भावनाएं आहत न हों. एडवोकेट मुकेश सैनी ने कहा कि इन सड़कों पर बिकने वाले मीट की दुकानों में गोमांस हो सकता है. इसलिए इनकी जांच कराई जाए और इन अवैध मीट की दुकानों पर रोक लगाई जाए.