Haj Yatra 2024: जम्मू-कश्मीर से हज यात्रियों का पहला जत्था सऊदी अरब के मदीना के लिए रवाना हुआ. गुरुवार को  श्रीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से दो विमानों में 642 हज यात्री रवाना हुए. दोनों विमान 321-321 हज यात्रियों को लेकर उड़ान भरे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

अफसरों ने बताया कि इस साल जम्मू-कश्मीर के 7,008 लोग हज पर जाएंगे, जिनमें से 642 जायरीन का पहला जत्था आज श्रीनगर से रवाना होगा गया. सभी जायरीन सुबह से ही श्रीनगर शहर के बाहरी इलाके बेमिना में मौजूद हज हाउस में रूके थे.


जायरीन का पहला जत्था सुबह 8.30 बजे से पहले हज हाउस पहुंचा, जबति दूसरे बैच के लिए रिपोर्टिंग का वक्त सुबह 11 बजे था. गवर्नमेंट ने हज हाउस से हवाई अड्डे तक जायरीन के लिए ट्रान्सपोर्ट,  गैर मुल्की करेंसी, सामान निकासी, हवाई अड्डे पर बुजुर्ग और कमजोर जायरीन के लिए खास मदद समेत कई विशेष व्यवस्था की गई थी.


हज यात्रियों के परिवार के मेंबर भी हज हाउस पहुंचे, जहां उन्होंने जायरीन को विदाई दी.  सिर्फ हज पर जाने वालों को ही हज हाउस से हवाई अड्डे तक ले जाने वाली खास बसों में चढ़ने की इजाजत थी. वहीं, राजाधानी दिल्ली से जयारीन का पहला जत्था इंदिरा गांधी इंटरनेशवल हवाई अड्डे से रवाना हुआ.


 दिल्ली राज्य हज कमेटी के चेयरमैन कौसर जहां ने एएनआई को बताया, इस साल हज पर जाने के लिए दिल्ली से 16,500 जायरीन ने रेजिस्ट्रेशन कराया है. उन्होंने कहा, " हज 2024 के लिए पहली उड़ान 285 लोगों के साथ आज दोपहर 2.20 बजे (9 मई) मदीना के लिए रवाना हुई. मैं सभी जायरीन को बधाई देना चाहता हूं और उनकी सुरक्षित यात्रा की दुआ करती हूं."
 
हज इस्लाम के पांच पिलरों में से एक है, जिनमें शाहदा (विश्वास), सलाह (प्रार्थना), जकात (दान) और रोजा (उपवास) शामिल हैं. हर साल, दुनिया भर के लाखों की तादाद में मुसलमान मक्का की मुकद्दस जियारत पर जाते हैं.