Istanbul News: तुर्की के ऐतिहासिक शहर इस्तांबुल में एक रूसी नागरिक ने इस्लाम धर्म को अपनी स्वेच्छा से अपना लिया है. रुसी नागरिक ने इस्तांबुल की ऐतिहासिक हागिया सोफिया मस्जिद में कलमा-ए-शहादत पढ़कर  इस्लाम धर्म को अपना लिया है. रुसी नागरिक का कलमा-ए-शहादत पढ़ने का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. 


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वीडियो में देखा जा सकता है कि रूसी नागरिक घूमने के उद्देश्य से तुर्की आया था. जहां उसे  अल्लाह की एकता और पैगंबर मुहम्मद के अंतिम दूत होने पर विश्वास करते हुए देखा जा सकता है. उसने इस्लाम धर्म अपनाने के बाद अपना नाम बदल कर अहमद डिनिज़ रखा है. 



इस कारण से अपनाया इस्लाम 
आपको बता दें कि अहमद डिनिज़ घूमने के उद्देश्य से सोफिया आए थे, लेकिन इमाम मस्जिद में शाही बुखारी ( Shahi Bukhari ) पढ़ा रहे थे जिसके बाद अहमद डिनिज़ ने बुखारी के सुनने के बाद इमाम से कलमा पढ़ते हुए इस्लाम धर्म को कूबूल किया.


इसने भी अपनाया था इस्लाम
इससे पहले अप्रैल में भी फिलीपींस की राजधानी मनीला की निवासी ज़ैनब जो 8 साल से अधिक समय से संयुक्त अरब अमीरात में रह रहीं थी. जहां मस्जिदों से अज़ान की आवाज़ को सुनने से बहुत ज्यादा मुतास्सिर होकर इस्लाम धर्म को अपनाया.


अज़ान की आवाज सुनकर अपनाया इस्लाम
मीडिया को दिए गए एक साक्षात्कार में ज़ैनब ने कहा कि जब भी मैं नमाज के लिए अज़ान सुनती थी तो मुझे शांति महसूस होती थी, मैंने अज़ान के कुछ शब्द भी याद कर लिए थे. अज़ान के कारण मुझे इस्लाम में बहुत ज्यादा रूचि हो गई, और मैंने इस्लाम कबूल कर लिया.


ज़ैनब इस्लाम को जानने के लिए कर रही है पढ़ाई
ज़ैनब फिलहाल में इस्लाम के बारे में जानने के लिए इस्लामिक सूचना केंद्र से ऑनलाइन पढ़ाई कर रही हैं और कुरान की सूरह भी याद कर रही हैं. जैनब ने कहा कि एक महीने में कुरान को पूरा करने की उम्मीद है.


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