Jamiat Conference on Waqf Board Amendment Bill: जमीयत उलेमा-ए-हिंद के चीफ मौलाना अरशद मदनी ने रविवार को दावा किया कि वक्फ अमेंडमेंट बिल के जरिए वक्फ संपत्तियों को हड़पने की साजिश की जा रही है. इसका पर्दाफाश करना बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा कि इस तरह के खतरों से निपटने के लिए क्या कदम उठाए जाने चाहिए, इस पर गहन चर्चा के लिए अगले महीने एक कॉन्फ्रेंस आयोजित किया जाएगा. 


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दिल्ली में जमीयत का कॉन्फ्रेंस
जमीयत की तरफ से जारी एक बयान में मौलाना मदनी ने कहा कि जमीयत ने 1923 से 2013 तक वक्फ प्रपर्टीज की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी कदम उठाए हैं और "हम उस प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ रहे हैं." मौलाना मदनी ने कहा कि इंसानियत के बुनियाद पर समानता और हमदर्दी की भावना को बढ़ावा देने, जम्हूरियत को बनाए रखने और मुल्क के संविधान की रक्षा के लिए तीन नवंबर 2024 को दिल्ली में जमीयत उलेमा-ए-हिंद (एएम ग्रुप) का एक कॉन्फ्रेंस आयोजित किया जाएगा.


कॉन्फ्रेंस में तैयार होगा आगे की रूपरेखा
83 साल के बुजुर्ग मुस्लिम धर्मगुरु ने दावा किया कि वक्फ (अमेंडमेंट) बिल की आड़ में वक्फ प्रोपर्टी को जब्त करने की साजिश का पर्दाफाश करना जरूरी है, जिसका मकसद " हमें इस कीमती विरासत से महरूम करना है." मदनी ने कहा कि 3 नवंबर के कॉन्फ्रेंस में इस बात पर गहन चर्चा की जाएगी कि ऐसी नाजुक हालात और खतरों से निपटने के लिए क्या एक्शन प्लान बनाया जाना चाहिए और आगे की राह के लिए एक रूपरेखा तैयार की जाएगी.जमीयत चीफ ने इल्जाम लगाया कि सांप्रदायिक मानसिकता एक खास समुदाय को हाशिए पर धकेलने का असफल कोशिश और "सुनियोजित षड्यंत्र" कर रही है.


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दिल्ली में कहां होगा कॉन्फ्रेंस?
दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में आयोजित होने वाले कॉन्फ्रेंस की तैयारियों के सिलसिले में मदनी ने जमीयत दफ्तर में अलग-अलग राज्यों से आए मेंबरों और नुमाईदों को खिताब किया. उन्होंने कॉन्फ्रेंस के मकसद और लक्ष्यों पर जोर देते हुए कहा कि मुल्क में मौजूदा हालात हो वो पहले नहीं थे. उन्होंने कहा कि एक के बाद एक हो रही घटनाओं को देखते हुए, "अब इसमें कोई शक नहीं रह गया है कि भारत फासीवाद की गिरफ्त में आ चुका है." मदनी ने दावा किया कि न सिर्फ नए विवाद पैदा करके मुसलमानों को भड़काने की कोशिश की जा रही है, बल्कि उन्हें हाशिए पर धकेलने के लिए प्री प्लांड साजिश भी रची जा रही हैं.