`बुलडोजर कार्रवाई में 95 फीसदी मकान मुसलमानों के तोड़े गए हैं`; मौलाना मदनी का सरकार पर निशाना
Waqf Amendment Bill 2024: जमीयत उलेमा ए हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने आज दिल्ली में आयोजित एक सम्मेलन में जमकर निशाना साधा. उन्होंने वक्फ अमेंडमेंट बिल, बुलडोजर एक्शन समेत कई मुद्दों पर सरकार की नीतियों की आलोचना की.
Waqf Amendment Bill 2024: दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में आयोजित जमीयत-उलेमा-ए-हिंद का संविधान संरक्षण सम्मेलन में मौलाना अरशद मदनी ने सरकार जमकर निशाना साधा. उन्होंने इस मौके पर कहा कि जमीयत आज भी जो केस लड़ रही है, जो लोअर कोर्ट, हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में है. मौलाना मदनी कहा कि आज की तारीख में हम 850 से ज्यादा मुकदमा लड़ रहे हैं. हम तब तक उनके साथ है जब तक कोर्ट में यह साबित ना हो जाए कि वह मुल्जिम है या नहीं.
मौलना अरशद मदनी ने उत्तराखंड के हल्द्वानी जिले में मस्जिद को गिराए जाने पर कहा कि जिस तरीके से मस्जिद को तोड़ा गया और 6 आदमियों को गोली और अन्य लोगों को नाजायज गिरफ्तार किया गया वो सबके सामने है. इतना ही नहीं इन लोगों पर ऐसी दफाएं लगाईं गईं ताकि उनकी जमानत न हो सके, लेकिन जमीयत ने देश के सबसे मशहूर और बड़े वकीलों को बुलाया. सुप्रीम कोर्ट में पांच पेशियां हुईं और 50 लोगों की जमानत कोर्ट ने फौरन मंजूर की, जिसमें से 6 औरतें भी थीं.
उन्होंने मदरसों की सरकारी फंडिंग पर भी अपनी बात रखी. मौलाना मदनी कहा कि अगर मदरसे हुकूमत के पैसों से चलते तो आज मदरसे की जान निकल चुकी होती है, इसलिए हम कभी भी सरकार से कोई पैसा नहीं लेते हैं. इसके अलावा सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे मौलाना मदनी कहा कि जो लोग सोचते हैं कि इस्लाम का चिराग बुझ जाएगा वह गलतफहमी निकाल दे. इस्लाम का चिराग हिंदुस्तान में जैसे चलता था वैसे ही हमेशा जलता रहेगा.
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पैगंबर मोहम्मद की शान में गुस्ताखी पर क्या बोले?
85 साल के बुजुर्ग मौलाना अरशद मदनी ने देश में पैगंबर मोहम्मद की शान में गुस्ताखी की बढ़ रही घटनाओं पर कहा कि जो लोग पैगंबर मोहम्मद साहब की शान में गुस्ताखी करते हैं उनको तो नजर बंद कर दिया जाता है. लेकिन, जो उसके खिलाफ आवाज उठाते हैं उनको जेल में बंद धकेल दिया जाता हैय
बुलडोजर की कार्रवाई में 95 फीसदी मकान मुसलमान के तोड़े जाते हैं
बुलडोजर कार्रवाई में आप देख लीजिए 95 फीसदी जो मकान तोड़े गए हैं वह मुसलमान के हैं. अगर कोई दोषी भी है तो उसके पूरे मकान को तोड़ देना कहां का इंसाफ है. एक आदमी की गलती की सजा पूरे परिवार क्यों? आप पूरे मकान को तोड़ देते हैं उसे मकान में उसके बीवी बच्चे मां-बाप रहते होंगे उनका क्या कसूर उनका किस बात की सजा दी जा रही है. मौलाना मदनी ने कहा कि यह मुल्क जिंदा रहेगा तो प्यार मोहब्बत के साथ जिंदा रहेगा. सबको साथ लेकर चलने से जिंदा रहेगा. आज जिस तरीके से मुसलमान के खिलाफ करने की कोशिश हो रही है यह ज्यादा दिन नहीं चलने वाला है
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