Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में होने वाले हैं. इससे पहले जोड़-तोड़ का खेल शुरू हो गया है. सीमांचल के कद्दावर नेता मुर्शीद आलम ने AIMIM का दामन थाम लिया है. इससे सीमांचल में महागठबंधन की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. इतना ही नहीं, AIMIM बिहार प्रदेश चीफ अख्तरुल ईमान ने दावा किया है कि  राजद, जदयू और कांग्रेस के कई बड़े नेता उनके संपर्क में हैं.


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साल 2020 में पार्टी पर लगाए थे गंभीर इल्जाम
दरअसल विधानसभा चुनाव 2020 में जब मुर्शीद आलम को अररिया के जोकीहाट विधानसभा सीट से AIMIM पार्टी का टिकट नहीं मिला था, तो मुर्शीद आलम ने AIMIM पार्टी पर टिकट खरीद-फरोख्त का गंभीर आरोप लगाया था और पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. 2020 के विधानसभा चुनाव में AIMIM ने मुर्शीद का टिकट काटकर सीमांचल गांधी तस्लीमुद्दीन के बेटे शाहनवाज आलम को अपना उम्मीदवार बनाया था. शाहनवाज आलम AIMIM के टिकट पर जोकीहाट विधानसभा चुनाव जीते थे, लेकिन बाद में वे राजद में शामिल हो गए थे. 


पार्टी से मांगी माफी
वहीं मुर्शीद आलम आज यानी 11 नवंबर को फिर से जोकीहाट विधानसभा से टिकट पाने की लालच में सैकड़ों समर्थकों के साथ किशनगंज स्थित AIMIM पार्टी कार्यालय में शामिल हुए. मुर्शीद ने कहा कि गलतफहमी के कारण उन्होंने पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने इस गलती के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगी. उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी गलती नहीं होगी. पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी, उसे वे निभाएंगे. 


अख्तरुल ईमान ने किया बड़ा दावा
अख्तरुल ईमान ने दावा किया है कि आरजेडी, कांग्रेस और जेडीयू के कई नेता उनके संपर्क में हैं और समय आने पर राज खुल जाएगा. क्योंकि राज खुलने से दुश्मनों के होश उड़ जाएंगे. यह जरूर एक झलक है और पूरा खेल अभी बाकी है. दिसंबर महीने में सीएम नीतीश कुमार के बिहार दौरे पर अख्तरुल ने कहा कि मुख्यमंत्री सीमांचल का दौरा करने के बजाय उस दौरे पर जो पैसा खर्च होगा उससे सीमांचल के गरीब लोगों के लिए एक अस्पताल खोल दें, गरीब बच्चों के लिए एक स्कूल और एक पुल बना दें, यह आपकी बड़ी मेहरबानी होगी.