Religious conversion: हाल ही में बरेली के मौलाना तौकीर रजा ने कहा कि इस्लाम अपनाने वाले दूसरे धर्म के युवक-युवतियों के सामूहिक निकाह के लिए इंतेजामिया से इजाजत मांगी है. मौलाना तौकीर रजा इत्तेहाद ए मिल्लत काउंसिल (IMC) के तहत ये काम कराना चाहते हैं. IMC प्रमुख मौलाना तौकीर ने कहा है कि "हिंदू से मुस्लिम बने युवक-युवतियों का निकाह कराएंगे और पहले चरण में पांच जोड़ों का निकाह होगा, जिसमें युवक एवं युवतियों की धर्म परिवर्तन की प्रक्रिया पूरी कर एक-दूसरे का दामन थामेंगे." मौलाना ने कहा, "सामूहिक निकाह समारोह 21 जुलाई को सुबह 11 बजे खलील हायर सेकेंडरी स्कूल में होगा. इसके लिए प्रशासन से भी इजाजत मांगी है."


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इस्लाम के खिलाफ है धर्म परिवर्तन
इस मामले पर एक मौलाना ने कहा है कि यह काम इस्लाम के खिलाफ है. संभल के मदरसा इस्लामिया अरबिया सिराजुल उलूम के मौलाना मोहम्मद मियां का कहना है कि इस्लामिक शरियत में किसी का धर्म परिवर्तन कराना जायज नहीं. किसी भी मुस्लिम धर्म गुरु, मौलाना और आलिम को धर्म परिवर्तन जैसे मामलों की कमान नहीं थामनी चाहिए. धर्मपरिवर्तन के लिए संविधान में प्रावधान है, जिसके तहत ही धर्मपरिवर्तन मान्य है. मौजूदा राजनीतिक माहौल में इस तरह के विवादित मामलों से बचना चाहिए. धर्मपरिवर्तन के लिए संविधान में प्रावधान है, जिसके तहत ही धर्मपरिवर्तन की प्रक्रिया उचित है. 


डीएम का बयान
इस मामले में पुलिस का दावा है कि बिना जिला प्रशासन की इजाजत के अगर किसी ने कोई प्रोग्राम का आयोजन किया और माहौल खराब करने की कोशिश की तो सख्त कार्रवाई होगी. बरेली के नगर मजिस्ट्रेट राजीव शुक्ला ने बताया कि IMC की तरफ से संगठन प्रभारी नदीम कुरैशी ने प्रोग्राम आयोजन की इजाजत के लिए 11 जुलाई को एक खत दिया है. मौलाना तौकीर का दावा है कि उनके पास निकाह के लिए धर्म परिवर्तन करने वाले करीब 23 युवक-युवतियों के आवेदन आ चुके हैं. इनमें आठ लड़के और 15 लड़कियां शामिल हैं. इन्होंने अपने रिश्ते पहले से तय किए हुए हैं. उन्होंने कहा कि "इनका निकाह करवाने के साथ ही धर्म परिवर्तन की औपचारिक प्रक्रिया भी पूरी की जानी है. इसी के तहत इनमें से पांच जोड़ों का चयन पहले चरण में किया गया है."