`...अल्लाह का शुक्र है कि हम हिंदुस्तान में हैं` US की धार्मिक रिपोर्ट पर मौलाना का जवाब
Muslims Safe in India: मौलाना यासूब अब्बास का कहना है कि मुसलमान भारत में सरक्षित हैं. वह यहां खुली हवा में सास ले रहें हैं. उन्होंने कहा कि मुसलमानों की फिक्र करने के लिए अल्पसंख्यक आयोग और अल्पसंख्यक मंत्रालय है.
Muslims Safe in India: संयुक्त राज्य अमेरिका की अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग की रिपोर्ट को लेकर जारी सियासी बवाल के बीच ऑल इंडिया शिया पर्सनल बोर्ड के जनरल सेक्रेटरी मौलाना यासूब अब्बास का बयान सामने आया है. उन्होंने अमेरिकी रिपोर्ट को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि भारत में मुसलमान महफूज हैं. उन्हें किसी भी तरह का खतरा नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कयादत में 'सबका साथ, सबका विकास' के सिद्धांत पर अल्पसंख्यकों का लगातार विकास हो रहा है.
हो रहा सबका विकास
मौलाना यासूब अब्बास ने कहा, "मुझे जानकारी मिली है कि यूएस कमीशन ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि भारत में मुस्लिमों के साथ ज्यादती हो रही है. मैं हिंदुस्तान का एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते यह बताना चाहता हूं कि हिंदुस्तान में मुस्लिमों के साथ किसी भी तरह की ज्यादती, तकलीफ और कोई परेशानी नहीं है. हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास' का नारा दिया है, वो हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, पारसी और बौद्ध सभी के बारे में सोच रहे हैं."
मुसलमानों को नहीं है दिक्कत
उन्होंने आगे कहा, "हम मुस्लिमों को हिंदुस्तान में कोई भी परेशानी नहीं है, कोई भी दिक्कत नहीं है. मैं आपको बता दूं कि यहां केंद्र में अल्पसंख्यकों के हितों के बारे में सोचने के लिए केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय है. इसके अलावा, मुस्लिमों के मु्द्दों को बड़े स्तर पर देखने के लिए अल्पसंख्यक आयोग है. हो सकता है कि अमेरिका में मुस्लिमों को दिक्कत हो, लेकिन हमारे मुल्क हिंदुस्तान में हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं. हम मुसलमान हैं और अल्लाह का लाख-लाख शुक्र है कि हम हिंदुस्तान में हैं."
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि बीते दिनों संयुक्त राज्य अमेरिका की अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग ने एक रिपोर्ट जारी की थी, इसमें कहा गया था कि भारत में मुस्लिमों के साथ लगातार अत्याचार हो रहा है. उनके पूजा स्थलों पर हमले बढ़ रहे हैं, लेकिन वहां की मौजूदा सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है. इसी पर अब मौलाना यासूब अब्बास की प्रतिक्रिया सामने आई है.