400 Par Means: 25 मई को लोकसभा चुनाव के लिए 6ठे चरण की वोटिंग होनी है. इससे पहले कई सियासी लीडर चुनाव प्रचार कर रहे हैं. इस दौरान वह कई बड़े-बड़े बयान दे रहे हैं. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन के चीफ असदुद्दीन ओवैसी भी सरगर्म हैं. उन्होंने बुधवार को उत्तर प्रदेश के वाराणसी में पहुंचे. यहां उन्होंने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की आलोचना की. उन्होंने कहा कि "कोई '400 पार' नहीं है...वे केवल नफरत के बारे में बात कर रहे हैं. न तो विकास की बातें हो रही हैं और न ही यह बताया जा रहा है कि पिछले 10 साल में क्या काम हुआ. मुझे उम्मीद है कि जब लोग (लोकसभा) चुनाव के शेष दो चरणों में मतदान करेंगे तो वे इन बातों पर विचार करेंगे,"


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शहीद हैं मुख्तार
आपको बता दें कि हाल ही उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी की मौत हुई थी. इनकी मौत पर काफी विवाद हुआ. पुलिस का कहना था कि मुख्तार अंसारी की मौत हार्ट अटैक से हुई, वहीं मुख्तार अंसारी के परिवार वालों को कहना था कि उन्हें धीमा जहर देकर मार दिया गया. इस पर असदुद्दीन ओवैसी ने यह कह कर बलाव मचा दिया था कि "मुख्तार अंसारी का नाम लेकर कह रहा हूं, मुख्तार अंसारी एक इंसान था. जहर देकर मार दिया, वो शहीद है. इनको मुर्दा कभी मत कहो, उनको बचाने की जिम्मेदारी बीजेपी की थी." मुख्तार अंसारी की मौत के बाद ओवैसी उनके घर गए थे और उनके परिवार वालों से मुलाकात की थी.


ओवैसी को नोटिस
इससे पहले 3 मई को असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ वाराणसी जिला चुनाव कार्यालय की तरफ से नोटिस जारी किया गया था. उन पर इल्जाम था कि उन्होंने अपने भाषण के जरिए पीएम मोदी पर टिप्पणी की और मुस्लिम वोटों को अपने पाले में करने की कोशिश की. ओवैसी के खिलाफ भाजपा के लीगल सेल के प्रतिनिधी शशांक शेखर ने शिकायत की थी.


देश आजाता कराया
ओवैसी ने यह भी कहा था कि "मोदी गारंटी मतलब मुस्लिमों से नफरत." ओवैसी ने मंगलसूत्र वाली बात पर कहा कि "मंगलसूत्र वाली बात मेरी जबान से मत खुलवाओ. बात बहुत दूर तक जाएगी. हम घुसपैठिए नहीं, हमने मुल्क को आजाद कराया आरएसएस ने आजाद नहीं कराया."