अलीगढ़ः जैसे हर गरीब आदमी लालची नहीं होता है, वैसे ही ईमानदार होने के लिए अमीर होना भी जरूरी नहीं होता है. आए दिन ऐसी खबरें आती रहती है, जब कोई गरीब आदमी लोभ-लालच कर त्याग कर ईमानदारी की ऐसी मिसाल पेश कर देता है, जिसकी आशा किसी पैसे वालों से भी शायद ही की जा सकती है. 


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ईमानदारी का एक ऐसा ही मामला अलीगढ़ से सामने आया है, जहां एक गरीब मुस्लिम ऑटो रिक्शे वाले ने सवारी का छूटा हुआ पर्स उसे खोजकर वापस कर दिया.
घटना अलीगढ़ के लोधा थाना इलाके के खेरेश्वर चौराहे के पास की है, जहां एक मुस्लिम ई-रिक्शा चालक ने साधु का हुआ पर्स उसे खुद खोजकर वापस कर दिया. इस पर्स में 3000 हजार रुपये, मोबाइल व अन्य जरूरी कागजात मौजूद थे. रिक्शे वाले की यह ईमानदारी चर्चा का विषय बना हुआ है.?


गौरतलब है कि मंगलवार को भरतपुर राजस्थान का निवासी एक साधु कृष्ण दास अलीगढ़ के रास्ते गिन्नौर जा रहा था. अलीगढ़ खेरेश्वर चौराहे के पास वह ई-रिक्शा से उतर गया. इसी दौरान वह अपना पर्स रिक्शा पर ही भूल गया और उतरने के बाद किसी अन्य काम में लग गया.


जब कुछ देर बाद साधु को एहसास हुआ कि उसका बैग उसके पास नहीं है, तब वह काफी परेशान हो गया. साधु तुरंत इलाके के पुलिस स्टेशन पहुंचा और वहां इस घटना की जानकारी दी. चूंकि साधु के पास पैसे नहीं थे, तो पुलिस ने साधु को उसके आखिरी मंजिल तक पहुंचाने की व्यवस्था करने की बात कही. 
जब साधु और पुलिस दोनों थाने के बाहर निकले तो देखा कि ई-रिक्शा वाला खुद साधु की तलाश करते-करते थाने तक पहुंच गया था. रिक्शा चालक ने साधु को पर्स वापस कर दिया, जिसमें उसके सभी सामान सही सलामत पाए गए. 


अपना खोया हुआ बैग मिलने के बाद साधु ने मुस्लिम ई-रिक्शा चालक का शुक्रिया अदा किया और उसकी तारीफ की. पुलिस वाले ने भी रिक्शा चालक की तारीफ की और इस बात के लिए साधु के साथ एक वीडियो भी रिकार्ड किया. हालांकि, पुलिस के पास उस रिक्शा चालक की कोई तस्वीर नहीं है. वह साधु का सामान लौटाने के तुरंत बाद वहां से चला गया था. पुलिस के मुताबिक, रिक्शा चालक वहीं आसपास के किसी गांव का था. 


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