West Bengal News: शनिवार को भारतीय जनता पार्टी ने कोलकाता नगर निगम के मेयर फरहाद हकीम के उस बयान की निंदा की जिसमें उन्होंने कहा था कि "जो लोग इस्लाम धर्म में नहीं पैदा हुए हैं, वह बदनसीब हैं." भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सुकांता मजूमदार ने कहा है कि फरहाद हकीम का बयान धार्मिक आजादी और बराबरी पर हमला है.


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सुकांता मजूमदार का बयान
सुकांता मजूमदार के मुताबिक "फरहाद हकीम का बयान निंदनीय है. यह कहना कि जो लोग इस्लाम धर्म में पैदा नहीं हुए हैं, वह बदनसीब हैं और उन्हें इस्लाम कबूल करके अल्लाह को खुश करना चाहिए, बहुत आपत्तिजनक और बांटनेवाला है. ऐसे बयान धार्मिक आजादी और बराबरी के सिंद्धांत को कमजोर करते हैं."


तुष्टीकरण की राजनीति
भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने एक्स पर लिखा कि "पश्चिम बंगाल में TMC की तुष्टीकरण की राजनीति आम बात है. पार्टी की लगातार तुष्टीकरण की राजनीति ने उसे फायदा पहुंचाया है. हाल ही में चुनावों में जीत हुई और इसके बाद हिंसा हुई. अब TMC और दुस्साहसी बनी. टीएमसी के नेता जेसीबी की तरफ से एक औरत को शरिया अदालत की सजा की तरह पब्लिक में पीटने की घटना पर विधायक हमीदुर रहमान की तरफ से उनका बचाव कि मुस्लिम राष्ट्र में ये आम बात है, ने पहले ही राजनीति में तूफान ला दिया है. यह टीएमसी के एजेंडे का प्रमाण है." 


क्या है मामला?
ख्याल रहे कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता ने एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर में शामिल एक औरत और एक शख्स की पिटाई की थी. इसके बाद टीएमसी के विधायक हमीदुर रहमान ने कहा था कि यह कार्रवाई मुस्लिम राष्ट्र के तहत की गई है. इसके बाद रहमान के बयान से विवाद पैदा हो गया.


हकीम ने दिया बयान
इस मामले के कुछ ही दिन बाद हकीम ने 'ऑल इंडिया कुरान कंपटीश' में कहा कि लोगों को इस्लाम में कंवर्ट हो जाना चाहिए. हकीम ने कहा था कि "जो लोग इस्लाम में नहीं पैदा हुए हैं वह बदनसीब हैं. यह देखने में अच्छा लग रहा है कि सैकड़ों लोग टोपी पहन कर एक साथ बैठे हुए हैं. इससे इस्लाम की एकता दिखती है. इस्लाम की दावत सबके लिए है."