Assam Juma Namaz Row: असम विधानसभा ने शुक्रवार की नमाज अदा करने के लिए दो घंटे के ब्रेक के न‍ियम को खत्म कर दिया है. इस पर पूरे देश में हंगामा हो रहा है. कई नेता और पार्टियां इस मामले पर अपनी राय रख रही हैं. ऐसे में भाजपा के मुस्लिम नेता शाहनवाज हुसैन ने भी इस पर अपनी राय रखी है. उन्होंने कहा है कि "यह दुष्प्रचार है कि नमाज पढ़ने से किसी को रोका जा रहा है." शाहनवाज हुसैन ने कहा कि "किसी को भी नमाज पढ़ने में कोई दिक्कत नहीं है. जिसको नमाज पढ़ना है वो पढ़ेंगे, लेकिन इसकी वजह से अन्य लोगों की भी छुट्टी होती थी, उनकी छुट्टी खत्म की गई है. भारत की सरजमीं पर जिसको नमाज पढ़ना है, उन्हें कोई रोक नहीं है. यह दुष्प्रचार है कि नमाज पढ़ने से किसी को रोका जा रहा है."


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नमाज से नहीं रोका जा रहा
शाहनवाज हुसैन ने कहा कि जुमे की नमाज हो या फिर पांच वक्त की नमाज. क‍िसी को भी नहीं रोका जा रहा. ज‍िसको नमाज पढ़ना है, वे पढ़ सकते हैं. बता दें कि नियम संशोधन के बाद असम विधानसभा में अब शुक्रवार को स्थगन प्रावधान के बिना हर दिन सुबह 9:30 बजे कार्यवाही शुरू होगी. यह फैसला चल रहे सत्र के आखिरी दिन लिया गया. आदेश के एक अंश में कहा गया, "असम विधानसभा के गठन के बाद से, शुक्रवार को विधानसभा की बैठक सुबह 11 बजे स्थगित कर दी जाती थी, ताकि मुस्लिम सदस्य नमाज के लिए जा सकें. मुस्लिम सदस्यों के नमाज से वापस आने के बाद दोपहर के खाने के बाद व‍िधानसभा की कार्यवाही फिर शुरू होती थी. बाकी दिनों में सदन की कार्यवाही, धार्मिक उद्देश्यों के लिए बिना किसी स्थगन के चलती थी."


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AIMIM ने की मुखालफत
असम में जुमा की नमाज के लिए छुट्टी रद्द किए जाने के मामले में एआईएमआईएम ने अपनी प्रतिक्रिया दी थी. "पार्टी का कहना है कि मेरा ये मानना है कि ये सरासर असंवैधानिक है और धर्म का पालन करने के अधिकार का उल्लंघन है." उन्होंने आगे कहा कि "मैंने यह पहले भी कहा है और मैं इसे फिर से कहता हूं, भाजपा सरकार और हिमंत बिस्वा सरमा जैसे सीएम मुस्लिम विरोधी हैं. उन्हें हमारे भोजन, कपड़े, मदरसे और अब नमाज से नफरत है. आए दिन हिमंत बिस्वा सरमा अनाप-शनाप बयानबाजी करते रहते हैं."