Israel attacks Syria: सीरिया के अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल असद के तख्तापलट के बाद इजरायल सीरिया पर लगातार हमले कर रहा है. इस बीच इजरायल ने सीरिया की राजधानी दमिश्क के आद्रा औद्योगिक शहर के पास एक हथियार डिपो पर हवाई हमला किया है. जिसमें कम से कम 11 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि कई लोग जख्मी हुए हैं. युद्ध मॉनिटर की रिपोर्ट के मुताबिक, मारे गए लोगों में ज्यादातर नागरिक हैं.


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सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स और स्थानीय मीडिया के मुताबिक, शवों को निकालने और मलबा हटाने के लिए खोज और बचाव दल घटनास्थल पर काम कर रहे हैं. न्यूज एजेंसी श‍िन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, धमाके के कारण मलबा उड़ गया और बशर अल-असद की सरकार से जुड़ी एक जगह को काफी नुकसान हुआ है.


इजरायली हमले के बाद यूएन चीफ ने क्या कहा?
शुरुआती रिपोर्टों में कहा गया था कि कम से कम दो लोग मारे गए थे, लेकिन दिन भर मरने वालों की संख्या बढ़ती रही. एक वीडियो में जो ऑनलाइन पोस्ट किया गया था, उसमें भारी तबाही और कई मौतें दिखाई गईं. सीरिया में इजरायली हमले के बाद गुटेरेस ने कहा कि इज़रायल और सीरिया को 1974 के सेनाओं के विघटन समझौते की शर्तों को बनाए रखना चाहिए, जो पूरी तरह से लागू हैं.


UN चीफ ने इजरायल हमले की निंदा की 
इससे पहले दिसंबर में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इज़रायल से सीरिया की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन रोकने की गुजारिश की थी. एक संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए, गुटेरेस ने सीरिया पर इज़रायल के बड़े हवाई हमलों की निंदा की. इन हमलों का मकसद रणनीतिक हथियारों और सैन्य बुनियादी ढांचे को नष्ट करना था. साथ ही सीरिया और इज़रायल के कब्जे वाले गोलान हाइट्स के बीच एक विसैन्यीकृत क्षेत्र में सीरियाई सैनिकों के प्रवेश की आलोचना की.