गाजा हिंसा की लपटें वेस्ट बैंक तक पहुंची; 205 लोगों की हुई मौत
Israel Hamas Conflict: इसराइल-हमास के बीच 7 अक्टूबर से जंग जारी है. इस हिंसा में अब तक 13 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. अब गाजा हिंसा की लपटे वेस्ट बैंक तक पहुंच चुकी है. यहां पर भी इसराइल लगातार हमला कर रहा है.
Israel Hamas Conflict: हमास-इसराइल हिंसा की लपटे वेस्ट बैंक तक पहुंच चुकी है. यहां इसराइली सेना की कार्रवाई में तीन चरमपंथियों समेत 5 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई है. 7 अक्टूबर से हमास और इसराइल के बीच जंग जारी है. युद्ध शुरू होने के बाद से वेस्ट बैंक में हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 205 हो गई है. इसराइल का कहना है कि उसकी कार्रवाई का लक्ष्य गाजा में हमास और वेस्ट बैंक में सक्रिय चरमपंथियों को खत्म करना है.
इस दिन हमास ने किया था हमला
हालांकि, मानवाधिकार समूहों का कहना है कि इसराइल की तरफ से छापे, घरों को ध्वस्त करना और गिरफ्तारियां बढ़ गई हैं. जंग 7 अक्टूबर को शुरू हुआ था, जब हमास के लड़ाकों ने इसराइल में घुसकर हमला किया था. इस हमले में 1200 इसराइली नागरिकों की मौत हो गई. इसके बाद हमास के लड़ाकों ने 250 लोगों को बंधक बना लिया था.
सबसे ज्यादा मासूमों की जा रही है जान
इसके बाद इसराइल ने गाजा पर अटैक कर दिया. इसमें हमले में 12 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. जिनमें ज्यादातर बच्चे शामिल हैं. इस हिंसा में सिर्फ मासूम नागरिकों की जान जा रही है. गाजा के बाद इसराइल ने वेस्ट बैंक में भी सैन्य कार्रवाई कर रहा है. वहां के स्थानीय पत्रकारों का कहना है कि इसराइली सैन्य ट्रक और बुलडोजर जेनिन शणार्थी कैंप में घुस गए और कई मकानों के ऊपर स्नाइपर तैनात कर दिए और जगहों पर गोलीबारी की.
इसराइली सेना ने दी सफाई
इस मामले पर इसराइली सेना सफाई देते हुए कहा कि इसराइल के एक विमान ने उन चरमपंथियों को निशाना बनाया जिन्होंने इसराइली सुरक्षा बलों की तरफ विस्फोटक फेंक रहे थे. इसमें 3 व्यक्ति मारे गए और इस्लामिक जिहाद आतंकवादी समूह ने उन्हें अपना सदस्य बताया है. वहीं फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा, "कम से कम 15 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से चार गंभीर रूप से घायल हैं. पास के इब्न सिना अस्पताल के आपातकालीन कक्ष में मरीजों की भारी भीड़ है."
अस्पताल के मुख्य डॉक्टर ने कही ये बात
हॉस्पिटल के मुख्य सर्जन डॉ. तौफीक अल-शोबाकी ने कहा, "सुबह करीब 4 बजे इसराइली सैन्य वाहनों ने परिसर को घेर लिया और मेडिकल स्टाफ को बाहर आने का आदेश दिया. पैरामेडिकल कर्मियों का एक छोटा समूह बाहर आ गया, लेकिन आपातकालीन कक्ष का एक भी चिकित्सक अस्पताल से बाहर नहीं आया."
Zee Salaam Live TV