Israel vs Houthi: इसराइल ने यमन के होदेइदाह बंदरगाह के पास हूती संगठन ठिकानों पर हवाई हमले किए हैं. जिसमें कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई है, जबकि 87 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं. यह हमला ईरान समर्थित संगठन के जरिए इसराइल के आर्थिक केंद्र तेल अवीव पर किए गए ड्रोन हमले के एक दिन बाद हुआ है. हूती संगठन के जरिए संचालित मुख्य टेलीविजन समाचार आउटलेट अल-मसीरा टीवी ने स्वास्थ्य मंत्रालय के हवाले से यह जानकारी दी.


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होदेइदाह के निवासियों ने रॉयटर्स को फोन पर बताया कि भारी बमबारी के दौरान पूरे शहर में विस्फोटों की आवाजें सुनी गईं, और अल-मसीरा टीवी ने कहा कि नागरिक सुरक्षा बल और अग्निशमन दल बंदरगाह के तेल टैंकों में लगी आग को बुझाने की कोशिश कर रहे थे.


इसराइल ने क्या कहा?
वहीं, इसराइल के सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि हूतियों ने ईरान से हथियारों की खेप लेने के लिए बंदरगाह का इस्तेमाल किया था. उन्होंने कहा कि इजरायल से 1,700 किमी (1,056 मील) से अधिक दूर स्थित लक्ष्यों में ऊर्जा अवसंरचना जैसे दोहरे उपयोग वाले स्थल शामिल थे. इसराइल ने हमले से पहले सहयोगियों को खबर दी थी, जिसके बारे में सेना ने कहा कि यह हमला इसराइली F-15 लड़ाकू विमानों के जरिए किया गया था, जो सभी सुरक्षित वापस लौट आए. यमन पर हमले के बाद अधिकारियों ने कहा कि इसराइल पर 200 से ज्यादा हूती हमलों के बाद हुआ, 


हूती संगठन के प्रमुख ने क्या कहा?
इस हमले के बाद हूती संगठन के प्रमुख ने कहा कि हमलों का जवाब दिया जाएगा. हूती सैन्य प्रवक्ता याह्या सारी ने कहा कि हूती इसराइली दुश्मन के महत्वपूर्ण लक्ष्यों पर हमला करने में संकोच नहीं करेंगे." 


अबतक गाजा में इतने लोगों की हुई है मौत
ग़ौरतलब है कि गाजा हिंसा के बाद से ही हूती संगठन ने इसराइल के ख़िलाफ़ जंग छेड़ रखी है. इस दौरान हूती लाल सागर में इसराइल से जुड़े सभी जहाज़ों को निशाना बना रहे हैं. वहीं, गाजा में अबतक 39 हजार लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 88 हजार से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं, जिसमें ज्यादातर बच्चे और महिलाएं शामिल हैं.