Lebanon Pager Attack: लेबनान एक के बाद एक पेजर और वॉकी-टॉकी वायरलेस विस्फोटों की सिलसिला से हिल गया है. इस हादसे में अब तक 32 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 5 हजार से ज्यादा लोग जख्मी हो गए हैं. लेबनान की राजधानी बेरूत में 18 सितंबर को 18 सितंबर को हुए सिलसिलेवार धमाकों में अब तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 17 सितंबर के धमाकों में 12 लोगों की मौत हो चुकी है.


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कैसे हुआ हमला
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि 18 सितंबर को हुए सिलसिलेवार धमाकों में अब तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है और 450 लोग घायल हुए हैं. ये सिलसिलेवार धमाके वॉकी-टॉकी में हुए. वॉकी-टॉकी वायरलेस मशीन होती है जिसका इस्तेमाल संचार के लिए किया जाता है और 17 सितंबर को भी लेबनान में कई जगहों पर पेजर फटे थे. इन धमाकों में एक बच्चे समेत 12 लोगों की मौत हो गई थी.


हमले के पीछे इजरायल की साजिश
जिन वॉकी-टॉकी में धमाके हुए, उनका इस्तेमाल हिजबुल्लाह कर रहा था. ये धमाके लेबनान की राजधानी बेरूत, बेका घाटी और दक्षिणी लेबनान में हुए. हिजबुल्लाह ने इन धमाकों के लिए इजरायल को भी जिम्मेदार ठहराया है. हालांकि, इजरायल ने लेबनान में हुए दोनों धमाकों पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं जताई है और इस हमले में शामिल होने से भी नहीं इनकार किया है.


हिजबुल्लाह चीफ आज करेगा देश को संबोधित
हिजबुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह गुरुवार को अपने लड़ाकों को संबोधित करेंगे. इसके बाद हिजबुल्लाह की भविष्य की योजनाओं का अंदाजा लगाया जा सकता है. इससे पहले 18 सितंबर को हिजबुल्लाह ने इजरायल पर कई बड़े हमले किए हैं. जिसमें दावा किया जा रहा है कि हिजबुल्लाह ने इजरायल के कई सैन्य चौंकियों को निशाना बनाया है. हिजबुल्लाह ने कसम खाई है कि वह तब तक चैन से नहीं बैठेगा, जब तक वह इजरायल के अस्तित्व को नष्ट नहीं कर देता.