Imran Khan News: रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और सरकार के बीच बातचीत जारी है. इसी बीच पीटीआई नेता खान ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि उन्हें तीन साल तक निर्वासन यानी देश से बाहर रहने का मौका दिया गया था, लेकिन पूर्व पीएम ने कहा उन्होंने शहबाज सरकार के इस प्रस्ताव को कबूल नहीं किया और उन्होंने यह कहते हुए इस पेशकश को खारिज कर दिया कि वो पाकिस्तान में ही रहेगा और यहीं मरेगा. 


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खान ने शरीफ सरकार की खोली पोल
पूर्व पीएम के इस दावे से न सिर्फ शहबाज शरीफ सरकार की पोल खुली है, बल्कि इमरान खान की रिहाई को लेकर सवाल खड़ा हो गया है.  साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री के इस दावे के बाद पाकिस्तान की सियासत में भी गरमा ग गई है.  विपक्षी दलों समेत आम लोगों के बीच कई तरह की चर्चाएं तेज हो गईं हैं, जिसमें इमरान खान की रिहाई भी शामिल है.


पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्व पीएम इमरान खान ने शुक्रवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट X पर एक पोस्ट किया. इसमें उन्होंने बताया कि जब वह अटक जेल में था तो उन्हें तीन साल के निर्वासन पर पाकिस्तान को छोड़ने की पेशकश की गई थी, लेकिन उन्होंने इस पेशकश को स्वीकार करने से इनकार कर दिया. पीटीआई नेता ने कहा कि वह पाकिस्तान में ही रहेगा और यही मरेगा."


खान ने अपना रुख किया साफ
अगस्त 2023 से रावलपिंडी जेल में बंद खान ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि उन्हें इस्लामाबाद में बानी गाल निवास में ट्रान्सफर करने के लिए भी इनडायरेक्टली कॉन्टैक्ट किया गया है. पोस्ट में आगे इमरान खान अपना रुख साफ कहते हुए कहा, " सबसे पहले मेरे उन वर्कर्स और नेताओं को रिहा किया जाए जिन्हें कस्टडी में रखा गया है. उसके बाद ही मैं अपनी निजी हालत पर चर्चा करने पर विचार करूंगा. PTI चीफ ने कहा कि उनका मानना है कि पाकिस्तान के फैसले मुल्क के भीतर ही होने चाहिए.