Pakistan News: पाकिस्तान के पूर्व पीएम व पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के मुखिया इमरान खान ने सोमवार को कहा कि वह न तो सरकार के साथ कोई सौदा करना चाहते हैं और न ही कोई अन्य देश उन्हें जेल से रिहा करवाने की कोशिश कर रहा है. पीटीआई नेता खान की बहन अलीमा खान ने तोशाखान 2.0 मामले की सुनवाई के बाद रावलपिंडी की अदियाला जेल के बाहर मीडिया से बात करते हुए यह बात कही.


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अलीमा ने कहा कि जेल में बंद पीटीआई नेता खान ने सवाल किया कि "जब उन पर मुकदमे चल ही रहे हैं तो उन्हें सौदा करने की जरूरत क्या है?" उनके मुताबिक, खान ने इस दौरान यह भी कहा कि "उन्होंने जेल की हवा खाई है और अब जब उनके मुकदमे खत्म हो रहे हैं तो वह कोई सौदा नहीं कर रहे हैं." 


यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की एक टीम अलग- अलग सियासी मुद्दों को सुलझाने के लिए सरकार के साथ बातचीत कर रही है. अलीमा ने कहा कि वार्ता टीम दो मांगें करेगी, जिनमें सभी राजनीतिक कैदियों की रिहाई और 9 मई, 2023 और इस साल 26 नवंबर को हुई हिंसा की जांच के लिए एक कमेटी का गठन शामिल है.


खान ने क्या कहा?
दोनों पार्टियों के बीच अगले दौर की वार्ता 2 जनवरी को सुबह 11 बजे नेशनल असेंबली के अध्यक्ष अयाज सादिक के दफ्तर में होगी, जो दोनों पक्षों के बीच बातचीत की सुविधा प्रदान कर रहे हैं. वहीं, खान ने गुरुवार को अपने वकीलों और पत्रकारों से बातचीत में कहा, "मुझे सौदा करने का मैसेज मिला है, जिसमें उनलोगों ने कहा है कि वे हमारी पार्टी को राजनीतिक स्थान देंगे, लेकिन मुझे नजरबंद कर देंगे और मुझे आदियाला जेल से मेरे बानी गाला निवास पर स्थानांतरित कर देंगे." 


खान को सौदे की पेशकश किसने की थी
खान ने आगे कहा, "मैंने जवाब दिया कि, पहले बाकी सियासी कैदियों को रिहा करें. मैं जेल में रहूंगा लेकिन कोई सौदा कबूल नहीं करूंगा. मैं खैबर-पख्तूनख्वा में नजरबंद या किसी जेल में नहीं जाऊंगा." यह बातचीत उनके ऑफिशियल सोशल मीडिया अकाउंट से पोस्ट की गई थी. हालांकि, इस पोस्ट में यह साफ नहीं किया गया कि खान को सौदे की पेशकश किसने की थी.