आसिफ अली जरदारी दूसरी बार बनेंगे पाकिस्तान के राष्ट्रपति! इन पार्टियों से चल रही है बातचीत
Pakistan News: PPP के केंद्र में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के साथ मिलकर गठबंधन सरकार बनाने पर सहमति जताने के बाद पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी दूसरी बार पाकिस्तान के राष्ट्रपति बन सकते हैं.
Pakistan News: पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के केंद्र में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के साथ मिलकर गठबंधन सरकार बनाने पर सहमति जताने के बाद पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी दूसरी बार पाकिस्तान के राष्ट्रपति बन सकते हैं. ‘द न्यूज इंटरनेशनल’ ने पीएमएल-एन (PML-N) और PPP में समझौते की बातचीत के बीच सूत्रों के हवाले से बताया, ‘‘अगर हालात में कोई बदलाव नहीं होता है तो देश में पीएमएल-एन पार्टी का प्रधानमंत्री और पीपीपी का राष्ट्रपति देखने को मिलेगा.’’
किसी भी पार्टी को नहीं मिला बहुमत
दरअसल, आठ फरवरी को पाकिस्तान में आम चुनाव हुए थे. इस इलेक्शन में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला, जिसके बाद देश में अभी तक कोई सरकार नहीं बनी है. किसी भी प्रमुख दल को स्पष्ट बहुमत न मिलने की वजह से पाकिस्तान में गठबंधन सरकार बनने की उम्मीद है. इन दोनों दलों के एक साथ आने का मतलब है कि जेल में बंद पूर्व पीएम इमरान खान की पार्टी के जरिए समर्थित निर्दलीय कैंडिडेट्स को पार्लियामेंट में ज्यादा सीट मिलने के बावजूद पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सत्ता में नहीं आ पाएगी.
इन नेताओं में चल रही है बातचीत
पीपीपी चीफ और पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी (68) 2008 से 2013 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति रह चुके हैं. पाकिस्तान के मौजूदा राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी इस महीने के आखिर तक अपना पद छोड़ने वाले हैं. पीएमएल-एन ने मंगलवार रात पार्टी प्रमुख और तीन बार के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के बजाय 72 साल के शहबाज शरीफ को पीएम पद के कैंडिडेट्स के रूप में नामित किया.
इन पार्टियों के साथ मिलकर बनेगी सरकार
74 वर्षीय नवाज़ शरीफ रिकॉर्ड चौथी बार प्रधानमंत्री बनने की कोशिश में थे और ब्रिटेन में स्व-निर्वासन समाप्त कर पिछले साल अक्टूबर में पाकिस्तान लौट आए थे. पीएमएल-एन और पीपीपी ने मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी), पाकिस्तान मुस्लिम लीग-कायद (पीएमएल-क्यू), आईपीपी (इस्तेकाम-ए-पाकिस्तान पार्टी) और बलूचिस्तान आवामी पार्टी (बीएपी) के साथ मिलकर केंद्र में गठबंधन सरकार बनाने का फैसला किया है.