8 में से एक शख्स है मानसिक रोगी, WHO ने मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने का किया आह्वान
Mental Health: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल करने का आह्वान किया है. WHO के मुताबिक अगर इस पर गौर नहीं किया गया तो पूरी दुनिया में मानसिक रोगियों की तादाद 27 फीसद तक बढ़ सकती है.
Mental Health: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के सदस्य देशों से लोगों तक सार्वभौमिक पहुंच के लिए हाल ही में अपनाई गई पारो घोषणा के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण मानसिक स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच हासिल करने के लिए कार्रवाई तेज करने का आह्वान किया है.
8 में से एक आदमी है बीमार
दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए WHO की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा कि वैश्विक स्तर पर कोविड-19 महामारी से पहले 8 में से लगभग 1 व्यक्ति का मानसिक स्वास्थ्य खराब रहता था. उपचार में लंबा अंतराल था, खासकर निम्न और मध्यम आय वाले देशों में.
एशिया में 7 में से एक शख्स है पीड़ित
उन्होंने कहा कि दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में अनुमानित रूप से 7 में से 1 व्यक्ति मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति के साथ रहता था और जिन देशों में डेटा उपलब्ध है, वहां उपचार का अंतर 70-95 प्रतिशत के बीच है.
मानसिक रोगियों में हो सकती है 27 प्रतिशत वृद्धि
पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा, "कोविड-19 संकट ने स्वास्थ्य के लगभग सभी क्षेत्रों को प्रभावित किया है, लेकिन मानसिक स्वास्थ्य के रूप में बहुत कम प्रभावित किया. 2020 में प्रमुख अवसादग्रस्तता विकार के मामलों में वैश्विक स्तर पर 27 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि होने का अनुमान है. उन लोगों के बारे में ज्यादा चिंता है जो पहले से ही मानसिक विकार के शिकार हैं."
मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं में आ रहा व्यवधान
उन्होंने आगे कहा कि कई देशों में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं में व्यापक व्यवधान आया. नवंबर और दिसंबर 2021 के बीच 33 प्रतिशत से अधिक सदस्य देशों ने विश्व स्तर पर मानसिक, न्यूरोलॉजिकल और मादक द्रव्यों के सेवन सेवाओं में चल रहे व्यवधानों की सूचना दी. सितंबर 2022 में दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए WHO क्षेत्रीय समिति के 75वें सत्र में सदस्य देशों ने साहसिक, निर्णायक कार्रवाई करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई. पारो घोषणा का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि इस क्षेत्र के सभी लोग बिना वित्तीय कठिनाई के गुणवत्तापूर्ण मानसिक स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच सकें, जहां वे रहते हैं.
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