सैलेरी की जगह मालिक ने फेंका था तेजाब, अब सरकार देगी हर महीने 8 हजार एसिड अटैक विक्टिम पेंशन!
Acid Attack Victim Pension to Male: मलकीत सिंह ने हाई कोर्ट को जानकारी दी कि साल 2017 में पंजाब सरकार ने एसिड अटैक विक्टिम पॉलिसी बनाई थी, जिसमें सिर्फ महिलाएं जो एसिड अटैक से पीड़ित थीं उन्हें हर महीने 8 हजार रुपये पेंशन देने की बात कही गई थी. लेकिन अब सरकार ने फैसला लिया है कि पेंशन पुरुष विक्टिम को भी दिया जाएगा.
Acid Attack Victim Pension to Male: एसिड अटैक की शिकार महिलाओं को तो सरकार काफी वक्त से पेंशन दे रही है. लेकिन अब एसिड अटैक से पीड़ित पुरुषों को भी सरकार पेंशन देने जा रही है. इस बात का ऐलान पंजाब सरकार ने किया है. पंजाब सरकार एसिड अटैक से पीड़ित पुरुषों के लिए आठ हजार रुपये महीना पेंशन देने जा रही है.
मलकीत सिंह ने हाई कोर्ट को जानकारी दी कि साल 2017 में पंजाब सरकार ने एसिड अटैक विक्टिम पॉलिसी बनाई थी, जिसमें सिर्फ महिलाएं जो एसिड अटैक से पीड़ित थीं उन्हें हर महीने 8 हजार रुपये पेंशन देने की बात कही गई थी. लेकिन अब सरकार ने फैसला लिया है कि पेंशन पुरुष विक्टिम को भी दिया जाएगा.
आपको बता दें कि मलकीत सिंह नाम का एक एसिड अटैक विक्टिम ने कोर्ट में एक याचिका दायर की थी. जिसमें सुनवाई के दौरान पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट में पंजाब सरकार ने अपने फैसले की बात सामने रखी. पंजाब सरकार ने पीड़ित व्यक्ति को दिए जाने वाले एरियर का चेक भी कोर्ट के सामने पेश किया. मलकीत सिंह संगरूर जिले के धूरी का रहने वाला है.
मलकीत सिंह देश के पहले एसिड अटैक पीड़ित पुरुष हैं, जिनके लिए पंजाब सरकार ने पेंशन का प्रावधान किया है. इस बात की जानकारी मलकीत सिंह के वकील एचसी अरोड़ा ने मीडिया को दी. मलकीत सिंह ने कोर्ट में अपनी बात रखते हुए कहा कि पंजाब सरकार ने साल 2017 में एक पॉलिसी बनाई थी, जिसमें सिर्फ महिलएं जो एसिड अटैक से पीड़ित थीं उन्हें हर महीने 8 हजार रुपये पेंशन का जिक्र किया गया था, लेकिन अब वह भी इस तकलीफ से गुजर रहे हैं, इसलिए उन्हें भी सरकार पेंशन दें, जिसके बाद कोर्ट के आदेश पर पंजाब सरकार ने मलकीत सिंह को पेंशन देने की बात मानी.
मलकीत सिंह पेशे से एक ट्रक ड्राइवर थे. 22 जुलाई 2011 को वह अपने मालिक बलदेव सिंह से अपनी कमाई लेने गए तो बलदेव सिंह ने मलकीत सिंह पर घर की छत से तेजाब फेंक दिया, जिससे मलकीत सिंह पूरी तरह झुलस गए और उनकी दोनों आखों की रौशनी भी चली गई.