संसद के मॉनसून सत्र में बाधा के लिए ओवैसी ने किसे ठहराया जिम्मेदार, कहा-हमें बोलने नहीं दिया जा रहा
इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुसलिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख ने कहा, ‘‘विपक्ष चाहता है कि संसद चले लेकिन आप (सरकार) इसे चलाना नहीं चाहते हैं. आप शोरगुल के बीच विधेयक पारित करवाना चाहते हैं. क्या यह लोकतंत्र है?’’
हैदराबादः संसद के मॉनसून सत्र में मुसलसल सदन की कार्यवाही रद्द किए जाने पर एआईएमआईएम के सदर असदुद्दीन ओवैसी ने इतवार को इसके लिए नरेंद्र मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया और इल्जाम लगाया कि संसद के कामकाज नहीं करने के लिए वह पूरी तरह जिम्मेदार है. हैदराबाद के सांसद ने यहां नामानिगारों से कहा कि विपक्षी दल पेगासस मुद्दे पर चर्चा चाहते हैं और कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान लोगों की मौत, किसानों का आंदोलन जैसे मुद्दे उठाना चाहते हैं, लेकिन सरकार सुनने और जवाब देने के लिए तैयार नहीं है. उन्होंने कहा कि संसद चलाने की जिम्मेदारी सरकार की है. पेगासस पर चर्चा होने दीजिए. सरकार क्यों डर रही है? वे क्या छिपाना चाहते हैं? ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुसलिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख ने कहा, ‘‘विपक्ष चाहता है कि संसद चले लेकिन आप (सरकार) इसे चलाना नहीं चाहते हैं. आप शोरगुल के बीच विधेयक पारित करवाना चाहते हैं. क्या यह लोकतंत्र है?’’
संसद का सत्र 13 अगस्त तक
ओवैसी ने आरोप लगाया है कि क्या संसद चलाने की जिम्मेदारी सरकार की नहीं है. विपक्ष अपनी बात रखेगा. आप सुनिए...इसे कबूल कीजिए या नहीं. हमें बात रखने का मौका नहीं दिया जा रहा है...अगर संसद नहीं चल रही है तो इसके लिए पूरी तरह मोदी सरकार जिम्मेदार है. संसद का मॉनसून सत्र 19 जुलाई से शुरू होने के बाद कुछ विधेयकों को छोड़कर लोकसभा और राज्यसभा में कोई खास काम नहीं हुआ है. विपक्षी दल पेगासस और किसानों के मुद्दे को लेकर विरोध कर रहे हैं. संसद का सत्र 13 अगस्त तक चलना है.
Zee Salaam Live Tv