लखनऊ: उत्तर प्रदेश में चुनावों को नजदीक देखते हुए सभी पार्टियां प्रचार-प्रसार में लग गई हैं. इसमें समाजवादी पार्टी ने पूरे जोर लगाए हुए हैं. इसके लिए सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) इन दिनों मंदिरों के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन इस बीच वो एक मज़ार पर जाना भूल गए. जबकि उनके समर्थक फूल और चादर लिए मजार पर इंतेजार कर रहे. इससे मुस्लिम समाज अखिलेश यादव को लेकर खासा नाराजगी देखी जा रहा है. 


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दरअसल समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव दो दिवसीय दौरे पर कार्यकर्ता प्रशिक्षण कार्यक्रम में मिर्जापुर पहुंचे. इस दौरान वे उन्होंने विंध्याचल में स्थित मां विंध्यवासनी मंदिर गए और वहां दर्शन किए लेकिन इस बीच वो मशहूर दरगार कंतित शरीफ के नाम मशहूर हजरत ख्वाजा इस्माइल चिश्ती की दरगाह की जियारत करना भूल गए. जबकि उनके समर्थन चादर और फूल लेकर उनका इंतेजार कर रहे थे. 


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अखिलेश का मजार पर न जाना मुस्लिम समाज के लोगों को अच्छा नहीं लगा. उनका कहना है कि सेक्युलर पार्टी के बड़े नेता अखिलेश यादव जब विध्यांचल मंदिर में जाते हैं लेकिन मजार पर चादरपोशी के लिए नहीं आए. जबकि इससे पहले प्रियंका गांधी और राहुल गांधी भी यहां आ चुके हैं. इतना ही इस दरगाह पर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी भी आईं. इसलिए लोगों का कहना है कि अखिलेश यादव का दरगाह पर न पहुंचना बदकिस्म आमजे है. 


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