App On UCC: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मध्य प्रदेश में एक कार्यक्रम में समान नागरिक संहिता (UCC) पर जोर देने के एक दिन बाद आम आदमी पार्टी ने बुधवार को प्रस्तावित कानून के लिए अपना समर्थन दिया है. इंडिया टुडे के हवाले से आम आदमी पार्टी के संगठन सचिव संदीप पाठक ने कहा कि "पार्टी का मानना ​​है कि यूसीसी लागू करने से पहले सभी धर्मों और राजनीतिक दलों से चर्चा के बाद आम सहमति बनाई जानी चाहिए".


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आगे उन्होंने कहा कि "आम आदमी पार्टी यूसीसी के वैचारिक रुख का समर्थन करती है। अनुच्छेद 44 में यह भी कहा गया है कि समान नागरिक संहिता होनी चाहिए। हालांकि, आम आदमी पार्टी का मानना ​​है कि इसे लागू करने से पहले सभी धर्मों और राजनीतिक दलों के साथ चर्चा के बाद आम सहमति बनाई जानी चाहिए". 


हालांकि संदीप पाठक ने समान नागरिक संहिता को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा की भी आलोचना की और कहा कि "जब भी चुनाव आते हैं तो भगवा पार्टी जटिल से जटिल मुद्दे उठाती है".


जानकारी के लिए बता दें कि आम आदमी पार्टी के संगठन सचिव ने कहा कि "यह भाजपा की कार्यशैली का हिस्सा है कि जब भी चुनाव आते हैं. वे जटिल से जटिल मुद्दे सामने लाते हैं. भाजपा को समान नागरिक संहिता (UCC) को लागू करने या इस मुद्दे को हल करने में कोई दिलचस्पी नहीं है. लेकिन भाजपा केवल भ्रम की स्थिति पैदा करती है ताकि विभाजन हो सके और फिर चुनाव लड़ा जा सके". 


प्रधानमंत्री ने समान नागरिक संहिता को लेकर कहा था ?
प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को मध्य प्रदेश में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि समान नागरिकता संहिता पर विपक्षी दल भड़का रहे है. एक ही घर दो कानून कैसे हो सकते हैं. सुप्रीम कोर्ट ने बार-बार कह चुका है कि यूसीसी लाओ. लेकिन विपक्षी दल वोट बैंक के लिए विरोध कर रहे है. समान नागरिक संहिता का जिक्र संविधान में भी है. 


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