हैदराबाद: हरयाणा के गुरुग्राम में मंगलवार को मीट की दुकानों को बंद रखने के फैसले पर शदीद रद्दे-अमल का इज़हार करते हुए AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने कहा कि किसी की निजी ज़िंदगी के किसी अमल के कोई कैसे आहत हो सकता है.


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AIMIM चीफ ने इस फैसले की तुलना शारब से करते हुए समाजी राब्ते की साइट ट्वीटर पर अहम सवास भी उठाए.


ओवैसी ने ट्वीट कर कहा, 'अपनी निजी ज़िंदगी में कोई क्या कर रहा है, इससे किसी की आस्था को कैसे चोट पहुंच सकती है? लोग मांस खरीद रहे हैं, बेच रहे हैं या खा रहे हैं, लेकिन वे आपको इसे खाने के लिए जबरदस्ती नहीं कर रहे हैं. इस आधार पर तो शुक्रवार को शराब की दुकानें भी बंद होनी चाहिए? मीट लाखों भारतीयों का खाना है. इसे नजिस नहीं माना जा सकता है.'


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AIMIM चीफ ने गुरुग्राम में मंगलवार को मीट की दुकानों को बंद रखने जुड़ी टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर को रीट्वीट करते हुए ये बात कही.



 


मामला क्या है ?
गौरतलब है कि गुरुग्राम नगर निगम (Gurugram Municipal Corporation) ने गुरुवार को तमाम मीट दुकानों को बंद रखने का फ़रमान जारी किया है. उसके अलावा मीट लाइसेंस दुकान की फीस 5 हजार रुपये से बढ़ाकर 10 हजार रुपये कर दी गई है, जबकि नियमों के उल्लंघन पर जुर्माने की रक़म भी 500 रुपए से बढ़ाकर 5 हज़ार रुपए कर दी गई है.


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