Reservation In Medical Seats: असम सरकार ने मेडिकल कॉलेजों में छह समुदायों के लिए रिज़र्व सीटें बढ़ाने का फैसला किया है. राज्य के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा की अगुवाई में हुई इस मीटिंग में असम के मेडिकल कॉलेजों और डेंटल कॉलेजों (एमबीबीएस/बीडीएस सिलेबस के पहले वर्ष में प्रवेश का विनियमन) नियम, 2017 में संशोधन करने का फैसला लिया गया है ताकि असम के मेडिकल कॉलेजों में MBBS सीटें बढ़ाई जा सकें. जल संसाधन मंत्री पीयूष हजारिका ने गुरुवार की रात मीटिंग के बाद मीडिया से ये जानकारी साझा की. 


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छह समुदायों के लिए बढ़ेंगी रिजर्व सीटें
असम सरकार ने छह तबकों के लिए मेडिकल कॉलेज में रिजर्व सीटों की तादाद बढ़ाने का फैसला लिया है. असम की हिमंता सरकार ने अन्य पिछड़ी जाति (OBC) के छह समुदायों और गैर क्रीमी लेयर से संबंधित अधिकांश अन्य पिछड़ी जाति (MOBC) के लिए असम के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की रिजर्व सीटों की तादाद बढ़ाने का फैसला किया है. सीएम हिमंत विश्व सर्मा की अध्यक्षता में हुई काबीना की मीटिंग में बृहस्पतिवार को इस बड़े फैसले पर मुहर लगाई गई.  मीटिंग के बाद इसकी जानकारी देते हुए जल संसाधन मंत्री पीजूष हजारिका ने कहा कि सीएम ने राज्य के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस सीटें बढ़ाने के लिए असम के चिकित्सा महाविद्यालयों और दंत महाविद्यालयों में दाखिले से संबंधित एमबीबीएस/बीडीएस पाठ्यक्रम प्रथम वर्ष में दाखिला के लिए विनियमन, नियम, 2017 में संशोधन करने का निर्णय किया है.



कई समुदायों को मिलेगी राहत
इस फैसले के बाद चाय बगान/पूर्व चाय बगान समुदायों/जनजातियों के बच्चों के लिए सीटों की तादाद मौजूदा 27 से बढ़ाकर 30, कोच राजबोंगशीस के लिए 10 से बढ़ाकर 13, ताई अहोम के लिए सात से बढ़ाकर 10 सीट, चुटिया तबके के लिए छह से बढ़ाकर नौ जबकि मोरन और मटक तबके के लिए मौजूदा तादाद पांच से बढ़ाकर आठ-आठ कर दी जाएगी. कैबिनेट ने गुवाहाटी, डिब्रूगढ़, सिलचर, जोरहाट, तेजपुर और बारपेटा के छह मेडिकल कॉलेजो में माली तौर से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के लिए एमबीबीएस की 10 फीसद सीट रिजर्व करने का फैसला किया है. 


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